आपदा प्रबंधन समिति के नाम पर भाजपा कार्यसमिति की बैठक :आजाद
शहडोल। कोरोना नियंत्रण हेतु गठित की गई समिति के ऊपर सवाल उठाते हुए कांग्रेस ज़िला अध्यक्ष आज़ाद बहादुर सिंह ने समिति को ज़िला आपदा प्रबंधन समिति के नाम पर भारतीय जनता पार्टी की कार्यसमिति की बैठक होती है । समिति में शामिल 99 फीसदी सदस्य भाजपा से ताल्लुक रखते हैं और ज़्यादातर सदस्य भाजपा के पदाधिकारी हैं और बाक़ी उनके कार्यकर्ता ।आज़ादबहादुर सिंह ने प्रशासन पर भाजपा के दबाव में काम करने का आरोप लगाते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
कांग्रेस ज़िला अध्यक्ष आज़ादबहादुर सिंह ने कहा कि कहा एक तरफ़ जनता कोरोना जैसी महामारी से जूझ रही है वही भाजपा के नेताओं द्वारा आपदा प्रबंधन के नाम पर सत्ता के बल पर पार्टी के लोगों को आगे कर काग़ज़ों में अमली जामा पहनाया जा रहा है । आज़ादबहादुर सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा की ऐसी कौन सी बैठक थी जिसे शहर के एक मैरिज हाल में आयोजित की गई और भाजपा की बैठक में पूरे ज़िला प्रशासन को अपने दरवाज़े में आने का फ़रमान दिया गया और सत्ता के दबाव में सारे प्रशासनिक अधिकारी को शाम के वक़्त बैठक में बुलाया गया और समिति के नाम पर सारे भाजपा के कार्यकर्ताओं को बुलाया गया।कोरोना की रोकथाम के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप का गठन किया था। आज़ादबहादुर सिंह ने कहा है कि इस समिति में शामिल लगभग 99 फीसदी सदस्य सत्ताधारी दल यानी बीजेपी के हैं तो फिर ये समिति आपदा प्रबंधन की नहीं बल्कि भाजपा प्रबंधन की समिति हो जाती है।
इसके साथ ही आज़ादबहादुरसिंह ने शहडोल के प्रशासनिक अधिकारियों पर भाजपा नेताओं के दबाव में काम करने का आरोप लगाया है। आज़ादबहादुर सिंह ने कहा है कि भाजपा के नेताओं ने कार्यालय में बैठकर समिति के सदस्यों की लिस्ट तैयार कराई है।
- दूसरी तरफ कोविड क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे है। अगर चुने हुए जनप्रतिनिधियो को आपदा प्रबंधन समिति में रखा जाता तो काफ़ी हद तक वाजिब रहता लेकिन जैसे पिछले वर्ष समिति में समाजसेवी और जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाता था अब वह भी खतम होकर भाजपा द्वारा अपने ख़ास लोगों को ही तवज्जो दिया जाता है।