कृष्ण जन्माष्टमी में नहीं हुआ मंदिर का कायाकल्प

संदीप तिवारी
उमरिया/नौरोजाबाद। एसईसीएल क्षेत्र के अंतर्गत उपक्षेत्र नौरोजाबाद में निर्मित श्री राधा कृष्ण मंदिर का निर्माण सन 18 जनवरी 1979 में एसईसीएल प्रबंधन द्वारा कराया गया था। लगभग 40 वर्ष बीत जाने के बाद भी प्रबंधन और यूनियन नेता इस क्षतिग्रस्त मंदिर की सुध तक लेने नहीं आए।मजे की बात तो यह की मंदिर सब एरिया ऑफिस से महज कुछ ही कदम में है। प्रबंधन की माने तो भगवान को भगवान की ही भरोसे छोड़ दिया हो।
प्रतिनिधि को पुजारी मनोज पांडे ने बताया कि मंदिर 2 दशक पूर्व प्रबंधन द्वारा कायाकल्प कराया गया था। लेकिन इस समय मंदिर की स्थिति काफी जर्जर हो चुकी है।जगह जगह छतो से बरसात का पानी टपक रहा तो कही से छत डह रही है।इस संदर्भ में एसईसीएल सब एरिया एवम नौरोजाबाद महाप्रबंधक से वार्तालाप के दौरान कई बार इन मुद्दों में बात हुई है और लिखित में भी पत्र दे चुके है। लेकिन आज तक इस मंदिर का कोई भी कायाकल्प प्रबंधक के द्वारा नहीं किया गया है। आगामी 30 तारीख को श्री राधाकृष्ण जी का जन्मोत्सव प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी बनाया जाना है लेकिन इसकी जानकारी एक बार पुनःसब एरिया उप क्षेत्र के कार्यालय में लिखित रूप से पत्र दे दिया गया है लेकिन अभी तक प्रबंधन द्वारा मंदिर के किसी भी कार्य के लिए हामी नहीं भरी गई है।प्रतिनिधि ने बताया कि श्री राधाकृष्ण जी का यह मंदिर कई गांवो और नौरोजाबाद कस्बे के श्रद्धालुओ का एक मात्र आस्था का प्रतीक है।अगर समय रहते प्रबंधन द्वारा मंदिर का जीर्णोद्धार नहीं किया गया तो श्री कृष्ण मंदिर का अस्तित्व खत्म होने में जरा भी समय नहीं लगेगा।