जिम्मेदारों के नाक के नीचे अवैध उत्खनन

संभागीय मुख्यालय से सटे क्षेत्र में मुरूम का उत्खनन
(Anil Tiwari+7000362359)
शहडोल। संभागीय मुख्यालय से सटे ग्रामीण क्षेत्र में मुरूम खनन का अवैध कारोबार जमकर फल-फूल रहा है। अवैध मुरुम को सरकारी निर्माण कार्यों में सहित निजी कार्याे में खपाया जा रहा है। इसकी जानकारी विभागीय अफसरों को होने के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। छोटे-छोटे किसानों को पैसे का लालच देकर उनकी जमीन को समतल करने के बहाने मुरूम निकाल रहे हैं। जिसकी न कोई परमिशन है, न कोई रायल्टी दी जा रही है। खनिज विभाग के अधिकारी कार्रवाई करने के बजाय हाथ में हाथ धरे बैठे हुए हैं।
विभाग ने भी साध ली है चुप्पी
संभागीय मुख्यालय के जमुई ग्राम में हेलीपैड के आगे क्रेशर की पीछे पूरे दिन मुरूम खनन हो रहा है, जो देर रात तक चलते रहता है। खनिज माफियाओं द्वारा नगर पालिका द्वारा जहां शहर का कचरा फेंका जा रहा है, वहां बेतरतीब ढंग से खोदकर बर्बाद किया जा रहा है। बगैर खनिज विभाग की अनुमति लिए ग्राम के रसूखदार धड़ल्ले से मुरूम निकाला जा रहा है। गांवों में जेसीबी और मजदूर लगाकर खुदाई कर ट्रैक्टरों से मुरूम का अवैध उत्खनन कर परिवहन किया जा रहा है।
माफियाओं के हौसले बुलंद
खनिज विभाग सहित स्थानीय पुलिसकर्मियों की निष्क्रियता के परिणाम है कि खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। ग्रामीणों का कहना है कि खनन माफियाओं द्वारा पूर्व में क्रेशर के नाम पर लीज लेकर पत्थर का उत्खनन कराया गया है, जहां पर खाई बना दी गई है, हेली पैड से थोड़े दूर पर संचालित क्रेशर वर्तमान में बंद हैं, संभवत: खनिज विभाग द्वारा दी गई लीज भी समाप्त हो चुकी है, बावजूद इसके पूरे क्षेत्र में मुरूम का अवैध उत्खनन जमकर किया जा रहा है और हाईवे पर दौडऩे वाले टै्रक्टरों में अवैध मुरूम जिम्मेदारों की नाक के नीचे परिवहन की जा रही है।