ग्राम पंचायत ताराडांड में गुडवत्ताविहीन बाउंड्रीवाल का हो रहा निर्माण

पंचायतों में इन दिनों निर्माण कार्य जोरों से चल रहा है, जैतहरी जनपद के कई ग्राम पंचायतों में लाखों, करोड़ों का काम स्वीकृत कराकर सरपंच-सचिव निर्माण कार्य को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे में कई ऐसे पंचायत भी हैं जहां पर पदस्थ सचिव अपने चातुर्य बल पर काम करते हुये निर्माण कार्य में जमकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं। जनपद जैतहरी में दर्जन भर से अधिक ऐसे सचिव हैं जो काम स्वीकृत कराकर विकास के नाम पर शासकीय राषि का जमकर दुरूपयोग कर रहे हैं।
अजय नामदेव
अनूपपुर। जिला मुख्यालय से महज 6 किमी दूर ग्राम पंचायत ताराडांड में इन दिनों निर्माण कार्य जोरों से चल रहा है। वहां पर पदस्थ सचिव अमित सिंह के द्वारा लाखों रूपये के काम स्वीकृत कराकर निर्माण कार्य कराया जा रहा है और निर्माण कार्य विकास के नाम पर शासकीय राषि का जमकर दुरूपयोग किया जा रहा है। ताराडांड के कर्राटोला प्राथमिक विद्यालय में बांउड्रीवाल निर्माण कार्य कराया जा रहा है जिसकी लागत लगभग 15 लाख बताई जा रही है। लगभग दो सौ मीटर लंबे इस बाउंड्रवाल निर्माण की लागत और उसकी गुणवत्ता को देखकर एक बात साफ देखी जा सकती है कि इसमें गुणवत्ता का कितना ख्याल रखा जा रहा है। इतना ही नहीं इस निर्माण कार्य में पंचायत सचिव के द्वारा मनमानी करते हुये लोकल रेत का उपयोग व मैदान में स्थित छायादार वृक्षों की बलि भी चढ़ाई जा रही है।
मनरेगा मद में जमकर भ्रष्टाचार
पंचायत विकास के लिये अलग-अलग मदों में सरकार के द्वारा राषि उपलब्ध कराई जा रही है। जिसके माध्यम से पंचायत में तरह-तरह के काम भी कराये जाते हैं। उसी का फायदा उठाते हुये ताराडांड सचिव के द्वारा लगभग 15 लाख की बांउड्रीवाल का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। चल रहे इस निर्माण कार्य में मानक अनुरूप न तो सरिया का इस्तेमाल किया जा रहा है और नही सही रेत का उपयोग किया जा रहा है।
कमीशन के बल पर हो जायेगा मूल्यांकन
पंचायत सचिव के द्वारा कार्य की स्वीकृति कराकर फिर मनमाने तरीके से कार्य को पूर्ण कराया जा रहा है, साथ ही कार्य में न तो स्टीमेट का ख्याल रखा जा रहा है और न ही गुणवत्तापूर्ण कार्य किया जा रहा है। यहां पर पदस्थ सचिव के द्वारा मनमाने तरीके से कार्य कराया जा रहा है। साथ ही विद्यालय परिसर में लगे हरे-भरे वृक्षों को काट कर वहां पर वाल खड़ा किया जा रहा है।
लोकल रेत का हो रहा उपयोग
ग्राम पंचायत ताराडांड में चल रहे निर्माण कार्य में पंचायत सचिव के द्वारा गुणवत्ता के साथ खिलावाड़ करते हुये लोकल रेत का उपयोग किया जा रहा है। लोकल नाले से निकले हुये रेत को लेकर बराबर उससे ढ़लाई का कार्य कराया जा रहा है। और जब बिलिंग और भुगतान की बारी आती है तो बाकायदे सोन नदी के नाम से रेत का भुगतान कार्य किया जाता है।
मैं भी लोकल हूं – सचिव
ग्राम पंचायत ताराडांड में पदस्थ सचिव अमित सिंह से जब पंचायत में चल रहे निर्माण कार्य के बारे में जानकारी मांगी गई तो उनके तेवर बदल गये, और दबंग भर स्वर में उन्होंने कहा कि मैं भी लोकल हूं, पंचायत में काम चल रहा है जैसा भी चल रहा है सही है। गुणवत्ता का परीक्षण करना आप लोगों का काम नहीं है हम काम करवा रहे हैं हम परीक्षण करवा लेगें।