निर्माण कार्यो में कमीशन के फेर में घटिया निर्माण को दिया अंजाम, मामला ग्राम पंचायत बर्री का
पंचायत में नियम विरूद्ध सचिव और उपसरपंच का कार्य
अपने ही फर्म का बिल लगाकर कर लिया लाखों का भुगतान, मनरेगा के नाम पर मशीनों का उपयोग, ग्रामीण रोजगार से वंचित, निर्माण कार्यो में कमीशन के फेर में घटिया निर्माण को दिया अंजाम
अजय नामदेव- 6269263787
इन्ट्रो- शासन ग्रामीणों के उत्थान और गांवों की विकास के लिए करोडो रूपए पंचायत को मुहैया कराती है, लेकिन पंचायत में जनता के भरोसे से बैठे जिम्मेदारों ने इस तरह भ्रष्टाचार किया कि आज न तो विकास दिख रहा है और न ही ग्रामीणों का उत्थान हो रहा है। पूर्व में पदस्थ उच्चाधिकारी कमीशन के फेर में ग्राम पंचायत बर्री में हो रही भर्रेशाही की जांच तक नही की, ग्रामीणों ने नये जिपं सीईओ श्री पंचोली से उम्मीद लगाई है कि भ्रष्टाचार पर कार्यवाही करते हुए न्याय दिलायेंगे।
अनूपपुर। जनपद पंचायत जैतहरी अंतर्गत ग्राम पंचायत बर्री में नियमों को ताक पर रख कर बिल का भुगतान किया गया है, हर निर्माण कार्य में कमीशन के लिए घोर अनियमितताएं की गई। ग्रामीणों को इस कोरोना काल के संकट में कार्य देना चाहिए तो सचिव और उपसरंपच के द्वारा जेसीबी मशीन से कार्य कराया जा रहा है, ऐसे अनेक क्रियाकलाप पंचायत के जिम्मेदारो ने किया गया जो शासन की मंशा के विपरीत है, उसके बावजूद भी आज तक ऐसे लोगों पर न तो कार्यवाही की गई और न ही भ्रष्टाचार को रोकने का प्रयास किया गया, शायद यही कारण है कि सचिव, उपसरपंच और रोजगार सहायक मिलकर चहेतो को उपकृत करने में कोई गुरेज नही कर रहे है।
रोजगार सहायक और उपसरपंच का खेल
ग्राम पंचायत बर्री के रोजगार सहायक हेतराम राठौर और उपसरपंच रंजन कुमार राठौर दोनो भाई है। उपसरपंच पंचायत में होने वाले शौचालय निर्माण व कार्यक्रमों में टेंट व अन्य सामग्रियों के बिल लगाते है, और बाकायदा बिना जीएसटी के व्यापारी बने हुए है। जबकि एक जनप्रतिनिधि होने के नाते पंचायत में किसी प्रकार का फर्म नही बनाना चाहिए और न ही पंचायत से किसी भी प्रकार का लाभ लेना चाहिए। ग्रामीणों को धोखे में रख दोनो भाईयों मिलकर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है।
चहतो को उपकृत करता है सचिव
सचिव सीताराम राठौर के द्वारा पंचायत में होने वाले निर्माण कार्यो को चहेतो को दे दिया जाता है, और बाकायदा मोटी कमीशन बांध कर खुली भ्रष्टाचार के ऑफरिकार्ड आदेश दे दिये जाते है। यही कारण है कि समय से पहले निर्माण कार्य खस्ताहाल दिखाई देने लगाता है। न तो सीसी सकड ठीक से बनाई और न ही एक दीवार, बस कमीशन के फेर में पंचायत के विकास कार्यो में सचिव की कार्यप्रणाली महज दिखावे की रही है।
आवास योजना में भी गबडबडझाला
जनपद पंचायत जैतहरी के ग्राम पंचायत बर्री में पंचायत के पदाधिकारियों एवं प्रतिनिधियो की मिलीभगत से ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार चरम पर है। पंचायत के रोजगार सहायक एवं पंचायत के उपसरपंच सगे भाई है, जिसके कारण प्रशासनिक नियमो का उल्लंघन करना इनके लिए बिल्कुल आसान है। पंचायत सचिव और ग्राम प्रधान इनके आगे नतमस्तक है। पंचायत में नियम बनाना एवं उसका उल्लंघन करना सिर्फ इन दोनो भाईयो का काम रहता है। लोगो में इनका रौब कुछ इस कदर का है कि पंचायत का ऐसा कोई भी कार्य नही है, जिनमें इनका भारी भरकम कमीशन नही रहता। चाहे फिर मनरेगा का कार्य हो या पीसीसी रोड का निर्माण या फिर प्रधान मंत्री आवास योजना।
जेसीबी से लिया कार्य
मनरेगा योजना का उद्देश्य लोगो को रोजगार प्रदान करने की गारंटी देता है ताकि गरीब मजदूर वर्ग के लोगो का जीवन यापन आसानी से हो सके, इन भ्रष्ट लोगो के द्वारा उनके अधिकारो का हनन करते हुए मनरेगा के कार्या को जेसीबी मशीन से करा कर कुछ चुनिंदा लोगो के खातों मे राशि का भुगतान कर के बहुत ही शातिर तरीके से राशियो का हेरफेर कर लिया जाता है, इनके बिल भुगतान भी बहुत ही सरल तरीके से हो जाता है। ग्राम पंचायत में पीसीसी रोड का निर्माण में भी इन लोगो के द्वारा अपने नाम का फर्म बना कर राशि का आहरण कर लिया जाता है, ऐसे काम के लिए इनके हौसले इतने बुलंद है कि प्रशासन का इनको जरा भी डर नही है।
अंकेक्षण के लिए आयी महिलाओं से अभद्रता
बीते दिनों सामाजिक अंकेक्षण के लिए आयी महिलाओं के द्वारा कार्यो की जानकारी मांगे जाने पर उनके द्वारा अभद्रता पूर्वक व्यवहार कर उनके कार्यो में सहयोग न कर इन महिलाओ को धमकी तक दे डाली। कहा कि हम आपको जानकारी नही देंगें आपको जो करना है कर सकते हो, हमे किसी का कोई डर नही, आपको जहां जाना है जाओ। इनके व्यवहार एवं रवैया को देखते हुए जाहिर होता है कि कही न कही प्रशासन का भी इनको सहयोग मिलता है। ग्राम के प्रबुद्वजनों ने जिला पंचायत के नवागत सीईओ हर्षल पंचोली से अनुरोध किया है कि उक्त पंचायत के कार्या का निरीक्षण करा कर इन दोषी कर्मचारियो व जनप्रतिनधियों के खिलाफ उचित कार्यवाही करे। ताकि गरीब, मजदूर को अपना हक प्राप्त हो सके, एवं मनरेगा के उद्देश्यों की पूर्ति हो सके।
इनका कहना है
जेसीबी मशीन से कार्य नही हो रहा है, उपसरपंच मेरे भाई है और उनका ही बिल लगता है, भुगतान के विषय में सचिव जानते है, मै नही करता हूं।
हेतराम राठौर, रोजगार सहायक
ग्राम पंचायत बर्री
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छोटे-मोटे कार्य करते है और बिल लगाते है, इसलिए जीएसटी नही है, हमारी भावना सदैव सहयोग की रहती है, आपका सम्मान के साथ सहयोग किया जायेगा, जल्द ही मुलाकात करते है।
रंजन राठौर, उपसरपंच
ग्राम पंचायत बर्री
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मुझे इसकी जानकारी उपलब्ध करा दीजिए, अगर किसी तरह से अभ्रदता और अनियमितताएं की गई होगी तो जांच कराकर कार्यवाही अवश्य की जायेगी।
हर्षल पंचोली, सीईओ
जिला पंचायत अनूपपुर