नशा तस्करों पर छापेमारी ने पकड़ी सनसनी, सुजुकी ईको व 180 शीशी कफ सिरप बरामद

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शहडोल । जिले के थाना देवलोंद अंतर्गत करौंदिया तिराहा के निकट मंगलवार रात्रि एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सुजुकी ईको वैन एमपी-18-जेबी-8608 एवं 180 शीशी अवैध अनरेक्स कफ सिरप बरामद की है।
दबिश से मिली सफलता
06 अक्टूबर  को  सूचना मिली कि उक्त वैन में नशीला कफ सिरप लेकर तीन युवक  दीपक लेखरा , सतना निवासी, राजेन्द्र लखेरा निवासी  मऊ थाना ब्यौहारी एवं राजेन्द्र खैरवार खांमडाड,  ब्यौहारी की ओर जा रहे हैं। सूचनाकृत स्थान पर इस कार्यवाही में  पुलिस अधीक्षक राम जी श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में तथा एसडीओपी ब्यौहारी मुकेश अविद्रा के निर्देशन में
 थाना देवलोंद की टीम, थाना प्रभारी उपनिरीक्षक सुभाष दुबे, आरक्षक चित्रांशु शुक्ला, शिवेष त्रिपाठी, दीपक रावत, राजबिहारी पटेल और शैलेन्द्र सिंह  ने रेड कर आरोपीयों के कब्जे से 180 शीशी कफ सिरप और वैन को कब्जे में ले लिया।
जप्त सामग्री की अनुमानित कीमत 36,270 रुपए थी, जबकि वाहन की कीमत लगभग 4,00,000 लाख रुपए आंकी गई।  पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दीपक लेखरा पन्ना जिले के देवेनाथ फार्मा से अवैध रूप से कफ सिरप खरीद कर ब्यौहारी एवं आसपास के इलाकों में आपूर्ति करता है। राजेन्द्र लखेरा एवं राजेन्द्र खैरवार इस सप्लाई नेटवर्क में स्थानीय वितरणकर्ता के रूप में शामिल थे
शहडोल पुलिस अधीक्षक राम जी श्रीवास्तव के नेतृत्व में जिले में जो सक्रियता और दिशा मिली है, वह स्पष्ट दिख रही है। वे थानों का औचक निरीक्षण करते रहते हैं  दरअसल उन्होंने हाल ही में ब्यौहारी थाना का औचक निरीक्षण कर थाने के लॉकअप, रिकॉर्ड रूम व रजिस्टरों की स्थिति भी खुद जाँची है।  इसके पहले भी उन्होंने थाना ब्यौहारी के हवालात एवं मालखाना निरीक्षण किया था।  उनकी सक्रियता से पुलिस फील्ड स्तर पर पूरी तरह सतर्क हो चुकी है।
थाना प्रभारी एवं एसडीओपी का नेतृत्व सराहनीय
इस सफल कार्रवाई में थाना प्रभारी सुभाष दुबे की रणनीतिक दृष्टि और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता साफ झलकती है। उन्होंने सीमित सूचना में ही कार्रवाई को मोर्चा बना दिया और विस्तृत जांच के बाद आरोपियों को दबोच लिया। वैसे ही एसडीओपी ब्यौहारी मुकेश अविद्रा ने इस ऑपरेशन का कुशल मार्गदर्शन किया। उनकी सक्रियता ने यह संदेश भेजा है कि नशा तस्करों को खौफ रहेगा।
छिंदवाड़ा मामला: सबक और चेतावनी
यह कार्रवाई विशेष मायने रखती है, क्योंकि बीते दिनों छिंदवाड़ा जिले में जहरीली कफ सिरप से बच्चों की मौत की खबर ने प्रदेशभर में सनसनी फैलाई थी।  उस घटना के बाद प्रशासन और पुलिस पर दबाव बढ़ गया है। इस संदर्भ में शहडोल की यह सफलता यह प्रदर्शित करती है कि अन्य जिलों की पुलिस और प्रशासन को ऐसी सतर्कता अपनानी चाहिए ताकि नशे की तस्करी पर सख्ती से नियंत्रण किया जा सके।

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