जर्जर सड़क से आए दिन हो रही दुर्घटनाएं: मरम्मत की है दरकार

राजनगर | कोयलांचल क्षेत्र राजनगर,न्यू राजनगर,शांतिनगर ,सी सेक्टर ,पौराधार कॉलोनी सहित लगभग आसपास के 8 से 10 नगरों/गांवों को बिजुरी रेलवे स्टेशन और नेशनल हाईवे 43 तक जोड़ने वाली एसईसीएल की यह सड़क अपनी जर्जर अवस्था को झेलते हुए बदहाली के आंसू बहा रहा है , पूर्व में कोल माइंस प्रबंधन के द्वारा बनाई गई यह सड़क अब दम तोड़ रही है, ज्ञात हो कि सी सेक्टर कॉलोनी से नेशनल हाईवे 43 को जोड़ने वाली डामर की पक्की सड़क प्रबंधन के द्वारा पहले बनाई गई थी परंतु सी सेक्टर कॉलोनी से डोला गांव तक राजनगर खुली खदान परियोजना के द्वारा कोयला का उत्खनन करने के दौरान सड़क को तोड़ दी गयी थी,जो अब वर्षों बीत जाने के बाद भी नही बन सकी है,प्रबंधन के द्वारा सड़क को तोड़कर कोयला उत्पादन तो कर लिया गया परंतु प्रबंधन के द्वारा सड़क नहीं बनाई गई है,नेशनल हाईवे 43 को जोड़ने वाली सड़क जर्जर अवस्था में है, ज्ञात हो कि इसी रोड से कोयले का परिवहन भी किया जाता है,ज्ञात हो कि हसदेव क्षेत्र की एकमात्र साइडिंग जो राजनगर कॉलरी में है इस साइडिंग में बहेराबांध, बिजुरी और हल्दीबाड़ी खदानों का कोयला ट्रकों के माध्यम से परिवहन किया जाता है, साथ ही हजारों लोग इस सड़क से प्रतिदिन आवागमन करते हैं, कोयलांचल क्षेत्र को बिजुरी रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली यह मुख्य सड़क है,परंतु एसईसीएल प्रबंधन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा और सड़क की जर्जर हालत होने से कई प्रकार की दुर्घटनाएं भी घट रही हैं, एसईसीएल मुख्यालय के सांसद प्रतिनिधि सुनील कुमार चौरसिया ने इस रोड की मरम्मत कराए जाने और पूरे जर्जर सड़क को नए तरीके से बनाए जाने की मांग प्रबंधन से की है।