गांजा एवं नशीली दवाइयों के साथ आरोपी गिरफ्तार

गिरफ्त में आया कटनी का नशा व्यापारी
(Anil Tiwari+91 88274 79966)
शहडोल। कोतवाली पुलिस ने नशे के कारोबारियों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की, पुलिस ने कारोबारियों को रंगेहाथों गिरफ्तार किया है, जिसमें बेटू उर्फ आदित्य तिवारी तथा प्रफुल्ल सिंह उर्फ जानू नामक व्यक्ति कल्याणपुर केंद्रीय विद्यालय के आगे, महुआ के पेड़ के नीचे जंगल में एक मोटर साइकिल में गांजा विक्रय करने की फिराक में था। कोतवाली के उपनिरीक्षक गोविंद राम भगत एवं पुलिस टीम की छापामार कार्यवाही में दो व्यक्ति एक सफेद रंग की बोरी में गांजा लिए हुए पाए गए, जिसकी तौल कराई गई तो उक्त गांजा 21 किलो 650 ग्राम होना पाया गया।
दर्ज हुआ अपराध
आरोपियों के पास से एक बजाज कंपनी की बॉक्सर मोटर साइकिल क्रमांक एमपी 18 जी 8298 भी आरोपियों के कब्जे से जप्त की गई है। आरोपियों के विरुद्ध धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट का अपराध पाए जाने से कोतवाली में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है। पूर्व से नशे के कारोबार में संलिप्तों के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध किया है।
नशीली दवाओं भी बरामद
एक अन्य घटना में थाना कोतवाली के उपनिरीक्षक मुन्ना लाल अहिरवार को सूचना मिली कि विनोद कोरी निवासी केलवारा कटनी का प्राय: शहडोल आकर के नशीली दवाओं का विक्रय करता है। जो आज पुरानी बस्ती में श्मशान के पास भारी मात्रा में नशीली प्रतिबंधित दवाइयां लेकर आया हुआ है तथा अपने ग्राहकों को उनके प्रयोग प्रतिबंधित दवाइयां विक्रय करने की फिराक में है। घेराबंदी की गई तो विनोद कुमार कोरी निवासी केलवारा कटनी, लक्की दाहिया एवं अमित उर्फ टिंकू अग्निहोत्री दोनों निवासी पुरानी बस्ती मौके पर पाए गए।
कटनी से लाकर बेचता था नशा
आरोपियों के कब्जे से 361 नग फेनारगन, क्यूपीजेसिक एवं रेक्सोजेसिक नशीले इंजेक्शन एवं 1009 नाइट्रावेट टेबलेट पाए गए पूछताछ में बताया कि शहडोल व उसके आसपास के क्षेत्रों में काफी युवा वर्ग के लोग उक्त इन्जेक्शनों का प्रतिदिन सेवन करते हैं, प्राय: विनोद कोरी इंजेक्शन कटनी से लाकर उक्त व्यक्तियों के माध्यम से यहां के लोगों को विक्रय करता है, सुषमा तिवारी उर्फ सुषमा सिंह नाम की महिला भी उक्त कार्य में संलग्न हैं। जो विभिन्न क्षेत्रों से नशीले इंजेक्शन एवं गोलियां लाकर इन व्यक्तियों को दिया करती है। उक्त व्यक्तियों का यह कृत्य अपराध धारा 5/13 म.प्र. ड्रग कंट्रोल एक्ट 1949 एवं 21/22 एनडीपीएस एक्ट के तहत दंडनीय पाए जाने से थाना कोतवाली में अपराध पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया है।