रेत ठेका कंपनी पर मेहरबान प्रशासन@विशालकाय पोकलेन मशीन उतारकर हो रहा उत्खनन 

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मैनेजमेंट में लगा निशांत, चुप्पी साधे बैठे खनिज विभाग के मुखिया 
शहडोल। जिले में रेत ठेकेदार पर प्रशासन कितना मेहरबान है, इसकी बानगी रेत खदानों में बनी हुई है। खदान का ठेका हासिल करने वाली कंपनी के द्वारा ग्रामीणों के पुरजोर विरोध को प्रशासन और पुलिस की मदद से बीते दिनों दबा दिया और नियम-कायदों को ताक पर रखकर बेतहाशा खनन किया जा रहा है। रेत खदान में प्रवेश करने के लिए कंपनी ने एक नहीं बल्कि कई रास्ते बना रखे हैं और उनके सहारे दिन-रात रेत का परिवहन किया जा रहा है। ठेका कंपनी ने नदी के आस-पास लगे पेड़ों को जेसीबी और पोकलेन की मदद से उखाडक़र नदी में रास्ता बना डाला। कंपनी अपनी मनमानी करती रही और प्रशासन ने देखने तक की जहमत नहीं उठाई।
टेक दिये घुटने
ईमानदारी का ढिढ़ोरा पीटने वाले नौकरशाहों के नाक के नीचे खुलेआम सहकार ग्लोबल कंपनी के कारिंदे खनिज विभाग सहित पर्यावरण के कायदों को रौंद रहे हैं, लेकिन नौकरशाहों को यह नजर नहीं आ रहा है, खनिज विभाग ने मानों रेत ठेका कंपनी के सामने घुटने टेक दिये हैं, वहीं ईमानदारी का ढोल पीटने वाले जिला प्रशासन और पुलिस विभाग में बैठे जिम्मेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। रेत के इस अवैध कारोबार को वैधता का जामा पहनाने के लिए निशांत ने बीड़ा उठा रखा है।
नियम विरूद्ध कारोबार 
रेत ठेका कंपनी के द्वारा खेले जा रहे खेल को माइनिंग विभाग सबसे पहले कार्रवाई कर इस पूरे रैकेट का भंडाफोड़ करना चाहिए, प्रशासन में एसडीएम से लेकर तहसीलदार व नायब तहसीलदार इन्हें कुछ नहीं दिख रहा है, इसके बाद इतने सारे थाने और पुलिस जो रोज कार्रवाई कर नियम विरूद्ध हो रहे कारोबार पर अंकुश लगा सकते हैं, लेकिन कोई कुछ नहीं करता है, वरिष्ठ अफसर बैठकों में समीक्षा कर लेते हैं और मैदान में यह हाल है। रेत खदानों में विशालकाय पोकलेन मशीन उतारकर शर्तों के विपरीत कथित कंपनी द्वारा उत्खनन किया जा रहा है, वहीं इन खदानों से रेत ढोने वाले वाहनों ने भी क्षमता से अधिक रेत ढोने का बीड़ा उठा रखा है।
समिति को नहीं फिक्र
भौमिकी तथा खनिकर्म मध्यप्रदेश द्वारा जिला स्तर पर रेत ठेकों से संबंधित सुसंगत कार्यवाही के लिए समिति का गठन किया है, जिसमें कलेक्टर अध्यक्ष, पुलिस अधीक्षक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं कार्यपालन यंत्री, लोक निर्माण विभाग सदस्य है, इसके अलावा प्रभारी अधिकारी खनिज शाखा को सदस्य/सचिव बनाया गया है, लेकिन क्षेत्र में नियम विरूद्ध हो रहे रेत के उत्खनन को उक्त जिम्मेदार रोकने में अक्षम साबित हो रहे हैं।
वाहनों के स्ट्रक्चर से छेड़छाड़
किसी भी वाहन के स्ट्रक्चर से छेड़छाड़ अपराध है, ऐसा करने पर कार्रवाई होनी चाहिए, मोटर व्हीकल एक्ट के मुताबिक वाहन निर्माता कंपनी द्वारा दिए गए स्ट्रक्चर में किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। उसकी ऊपरी बनावट हो या तकनीकी क्षमता, किसी में भी फेरबदल नहीं किया जा सकता। गाड़ी के स्ट्रक्चर में परिवर्तन कर जिले में रेत ढुलाई का काम बखूबी हो रहा है, अवैध रूप से रेत ढोने वाली गाडिय़ों में कंपनी द्वारा तय लिमिट से अधिक ढुलाई के लिए उसके स्ट्रक्चर में परिवर्तन का खेल किया गया है। हाईवा अपने ढाला की ऊंचाई को तय सीमा से ज्यादा ऊंचा कर ओवरलोडिंग किया जा रहा हैं। ओवरलोडिंग के कारण सडक़ों की हालत भी खराब हो रही है, लेकिन जिम्मेदार उक्त मामले में भी चुप्पी साधे बैठा है।

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