आदिवासी धर्म को अपनाएंगे विजय कार्यक्रम में सम्मिलित होकर हुए प्रेरित
आषीश नामदेव
बुढ़ार। हिंदुत्व की भावना कब इंसान के अंदर जाग जाए और वह अपने धर्म के साथ साथ आदिवासी बाहुल्य के बीच एक कार्यक्रम में सम्मिलित होकर उनकी भावना इस तरह से जागी कि अब वह आदिवासियों के धर्म को अपनाते हुए उनके साबरी माता और देवताओं को नमन करते हुए आदिवासी धर्म को अपनाएंगे और मंदिर का निर्माण भी करायेगे। पूर्व नगर परिषद उपाध्यक्ष एवं समाजसेवी विजय कुमार शर्मा ने गत दिनों जैतपुर क्षेत्र में रहने वाले आदिवासी दिवाकर की ग्रह ग्राम एक सामाजिक कार्यक्रम में पहुंचे थे जहां आदिवासियों के बड़े देव की पूजा आराधना एवं नृत्य देखकर भाव विभोर तो हुए ही साथ हो साथ सामाजिक एवं परिवारिक जिम्मेदारी का बीड़ा उठाते हुए उन्होंने आदिवासी धर्म के अनुरूप उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने की प्रतिज्ञा भी कर ली और ब्राह्मण समाज में जन्मे विजय कुमार ने आदिवासी धर्म को अपनाने के लिए इन दिनों काफी सक्रिय है और आदिवासियों के हर कार्यक्रम में उपस्थित रहकर उनकी आर्थिक मदद भी कर रहे हैं। श्री शर्मा ने बताया कि हिंदुत्व की भावना रखते हुए आदिवासियों से इंसानियत का रिश्ता रखकर उनका आदर बस सम्मान करते हुए उनके परिधान एवं समाज में उनकी पीड़ा के लिए मैं हमेशा चितित था आदिवासियों के हक के लिए अब मैं पूर्ण रूप से उनके धर्म को अपनाकर उनके बीच रहकर उनकी हर समस्या का निदान कराने की कोशिश करूंगा।