मारपीट के बाद फरियादी को फोन पर धमकी

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पहले वसूला पैसा, फिर तोड़ दिया अशोक का दांत

एससी-एसटी एक्ट का आरोपी नहीं पकड़ पा रही पुलिस

शहडोल। जिले के केशवाही चौकी अंतर्गत निवास करने वाले अशोक नेट से 15 जुलाई को आरोपी गुड्डू सिंह बघेल एवं किशन सिंह निवासी चंगेरा ने मारपीट की थी, जिसके बाद पीडि़त ने बुढ़ार थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, पुलिस ने आरोपियों के के विरूद्ध भारतीय दंड संहिता 1960 के तहत धारा 294, 323, 506, 34 एवं अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम 1989 का एक्ट 3(2)व्हीए के तहत मामला दर्ज किया था, लेकिन 13 दिन बीत जाने के बाद भी आरोपी गुड्डू सिंह बघेल की गिरफ्तारी नहीं हो पाई।
फोन पर मिल रही धमकी
शिकायतकर्ता अशोक नेट द्वारा बताया गया कि कई बड़े-बड़े लोगों और असामाजिक तत्वों के लगातार फोन पर धमकी दी जा रही है, मामले में उक्त लोगों द्वारा कहा जाता है कि रिपोर्ट वापस ले लो, नहीं तो जान से मार दिया जाएगा, इस प्रकार हरिजन एक्ट लगे हुए पुराने अपराधिक रिकॉर्ड वाले गुड्डू सिंह बघेल एवं उसके साथी को छोडऩा कहीं न कहीं पुलिस की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा कर रही है, उक्त आरोपी द्वारा दोबारा फरियादी पर हमला करने का खतरा बना हुआ है।
बंदूक देख डर गया
शिकायतकर्ता अशोक नट पिता प्रेमदास नट उम्र 38 साल निवासी खरला चौकी केशवाही थाना बुढ़ार ने बताया कि कुछ माह पूर्व मेला के समय साबू मोड़ के पास तेज गति से वाहन चलाते समय दो बाइकों में एक्सीडेंट हो गया था, जिस बाइक से एक्सीडेंट हुआ था, वह अशोक नट की साले दिलीप नट और दूसरा आरोपी गुड्डू सिंह बघेल की थी , जिस पर गुड्डू सिंह बघेल द्वारा दिलीप नट को बंदूक दिखाकर डराया धमकाया गया और इलाज के साथ-साथ मोबाइल के खर्च पर भी दबाव डाला गया। गरीब दिलीप नट बंदूक देख कर डर गया और निवेदन करने लगा कि भैया मुझे मत मारिए मैं अशोक नट का साला हूं, आपके गांव के समीप रहता हूं, इस बात पर बीच-बचाव व समझाइस के लिए अशोक नट को बुलाया गया।
दोनों को आई थी चोटे
फरियादी अशोक नट ने विवाद को सुलझाने के लिए उक्त एक्सीडेंट पर सीटी स्कैन करने के लिए 5000 एवं मोबाइल फोन के लिए 4000 गुड्डू सिंह को दिए थे, इसके बाद मामला खत्म हो गया था और आए दिन इस घटना के बाद जब कहीं भी अशोक नट और गुड्डू सिंह बघेल मिलते तो गाली-गलौज एवं धमकी देकर 13000 की और मांग करते रहे, जबकि अशोक नट ने बताया कि उक्त एक्सीडेंट के समय दोनों लोगों को चोट आई थी, लेकिन बंदूक के डर से गुड्डू की बात मान गए थे और विवाद को खत्म करने के लिए सहमति भी जाहिर की थी, लेकिन इतने दिनों बाद भी मामला खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा था और इस बीच अशोक नट को बुलाकर मारा गया, जिसमें उसे काफी चोट भी आई है।
मारपीट मे तोड़े दांत
शिकायतकर्ता अशोक नाथ ने बताया कि 15 जुलाई को दोपहर 12 बजे किशन सिंह का फोन आया और बोला कि तुम जैतपुर तिराहा आओ तुम से कागज लेना है और कागज लेने की बात को लेकर अशोक नेट करीब 2 बजे दोपहर जैतपुर तिराहा पहुुंचा, जहां गुड्डू सिंह बघेल एवं किशन सिंह दोनों ने मिलकर पुराने एक्सीडेंट के मामले को उठाकर 13000 देने की बात कही, इस पर अशोक नाथ नट ने साले से बोलकर पैसे दिलाने के लिए कहा, इस बात पर आगबबूला होकर गुड्डू सिंह चौहान ने गाली-गलौज करते हुए अशोक नट से मारपीट की गई, मारपीट में अशोक नेट की दो दांत टूट गए और शरीर के कई हिस्सों में भी चोटे आई। चोट के कारण आज भी उसके 4 दांत हिल रहे हैं।
बड़ी घटना की आशंका
शिकायतकर्ता अशोक ने थाना बुढार में अपनी शिकायत दर्ज कराई गई है कि उसको मोबाइल फोन पर लगातार धमकी भरे फोन आ रहे हैं, रिपोर्ट को वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है, 13 दिनों बाद भी पुलिस उक्त आरोपी गुड्डू सिंह बघेल को गिरफ्तार तो नहीं कर पाए, वही अब कई आपराधिक स्तर के लोगों का फोन आना कहीं ना कहीं बड़ी घटना को जन्म देने जैसा प्रतीत होता है। अशोक नट डर के मारे गांव से बाहर भटक रहा है, वहीं गुड्डू सिंह बघेल अपने लाव लश्कर के साथ अपने चंगेरा के मकान पर आराम फरमा रहे हैं।
रिपोर्ट वापस लेने का दबाव
भारतीय संविधान के अनुसार हरिजन आदिवासी पर अपराध कायम होते ही तत्काल और आरोपी को बिना मौका देते हुए गिरफ्तार करने के नियम है, लेकिन लगभग 2 सप्ताह बीत जाने के बाद भी उक्त आरोपी आजादी के साथ घूम रहा है, इससे साफ जाहिर होता है कि आरोपी की राजनैतिक ताकतों के आगे कानून व्यवस्था विफल हो चुकी है, चर्चा है कि गुड्डू सिंह बघेल थाना एवं चौकी को मैनेज करते हुए आजादी के साथ घूम रहा हैं और जल्द ही शिकायतकर्ता को रिपोर्ट वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।

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