स्वच्छता के साथ ही इंदौर को हर क्षेत्र में आदर्श शहर के रूप में किया जायेगा विकसित

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शहर के व्यस्ततम रास्तों पर चलेंगी “केबल कार”
शहर में 2026 तक निरंतर होंगे अधोसंरचना विकास के कार्य
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंदौर में आगामी 5 वर्षों की कार्ययोजना का प्रजेन्टेशन देखा

भोपाल

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इंदौर को स्वच्छता के साथ ही हर क्षेत्र में आदर्श शहर के रूप में विकसित किया जायेगा। अगले पांच वर्षों में ऐसी योजनाओं पर कार्य होगा, जिससे यह शहर देश में अव्वल और आदर्श शहर बने। उन्होंने आज इंदौर में अगले पांच वर्षों में किये जाने वाले कार्यों के लिये प्रस्तावित योजनाओं का प्रजेन्टेशन देखा, योजनाओं की जानकारी ली और निर्देश दिये कि इंदौर की भविष्य की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये समयबद्ध कार्ययोजना के अनुसार कार्य किये जायें। इंदौर के विकास में कोई कमी नहीं आने दी जायेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इंदौर में परिवहन सुविधा को सुलभ बनाने के लिये शहर के व्यस्ततम मार्गों पर ‘केबल कार’ चलाई जायें। केबल कार चलाने वाला इंदौर देश के चुनिंदा शहरों में शामिल होगा।

शासकीय स्कूल हों प्रायवेट से बेहतर

शहर में सभी शासकीय स्कूलों को जन-भागीदारी से प्रायवेट स्कूलों से बेहतर और सुविधायुक्त बनाया जायेगा। इसके लिये उन्होंने अभियान चलाने के निर्देश दिये।

इंदौर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट, आई.टी. हब, लॉजिस्टिक हब

इंदौर में इन्टरनेशनल एयरपोर्ट विकसित किया जाये। इसके लिये पूरी मदद दी जायेगी। उन्होंने आईटी हब का विस्तार करने के निर्देश भी दिये। इसके लिये आईंटी से जुड़ी कंपनियों के साथ बैठक करें। नगर में सर्वसुविधायुक्त लॉजिस्टिक हब भी विकसित हो।

जिले में एक बड़ी गो-शाला, नए रोड, सबके पक्के घर

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिले में एक बड़ी गौ-शाला को आदर्श गौ-शाला के रूप में विकसित करने के निर्देश दिये। समय की जरूरत के मुताबिक नये रोड विकसित हों। ऐसे प्रयास किये जाएं कि वर्ष 2022 तक कोई भी परिवार पक्के मकान से वंचित न रहे, सबका पक्का मकान हो।

2026 तक हर घर में नल

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अगले पांच वर्षों में 2026 तक जल प्रदाय का कवरेज हर नागरिक तक पहुंचाने की योजना तैयार की गई है। हर घर में नल- हर नल में जल होगा। इंदौर देश का ऐसा पहला शहर होने जा रहा है, जिससे किसी नदी और नाले में सीवरेज का जल नहीं मिलेगा। नदी और नालों में स्वच्छ और उपचारित जल ही प्रवाहित होगा।

रेंटल हाउसिंग योजना

रेंटल हाउसिंग के अंतर्गत शहरी मजदूरों और प्रवासियों के लिये 2022 तक 200 घर एवं वर्किंग महिलाओं के लिये 100 बैडेड हॉस्टल बनाने का लक्ष्य है। साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मांग अनुसार विभिन्न चरणों में 97 हजार 627 किफायती आवासीय इकाईयों का निर्माण प्रस्तावित है।

शहर के लिए नया ट्रैफिक प्लान

शहर के लिये नया ट्रैफिक मास्टर प्लान बनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत नई सड़कों का निर्माण, सार्वजनिक परिवहन सुविधाओं का विस्तारीकरण, लोहा मण्डी तथा अनाज मण्डी का विस्थापन, पार्किंग व्यवस्था के विस्तार के कार्य प्रस्तावित हैं। शहर में 50 किलोमीटर मास्टर प्लान रोड का विकास तथा रिंग रोड एवं एबी रोड पर सात फ्लाई ओवर प्रस्तावित हैं। यातायात को बेहतर बनाने के लिये 83 किलोमीटर लम्बाई के आउटर रिंग रोड निर्माण की योजना भी बनाई गई है। इंदौर बायपास के दोनों तरफ फोरलेन सर्विस रोड के निर्माण की योजना तैयार की गई है।

केबल कार नेटवर्क स्थापित होगा

शहर में केबल कार नेटवर्क प्रणाली विकसित की जायेगी। यह नेटवर्क मेट्रो और बीआरटीएस के फीडर के रूप में कार्य करेगा। इसमें लागत भी कम आयेगी। यह पूरी तरह सुरक्षित होगा। यह नेटवर्क सड़क, नदी और रेल्वे लाइन के ऊपर से निकल सकता है।

दस एकड़ में बनेगी नयी रेती मण्डी

शहर में यातायात के दबाव को कम करने के लिये लोहा मण्डी तथा अनाज मण्डी के विस्थापन की कार्ययोजना बनाई गई है। हाथीपाला लोहा मण्डी को स्कीम नम्बर-78 निरंजनपुर तथा आईडीए द्वारा प्रस्तावित लॉजिस्टिक हब में विस्थापित किया जायेगा। साथ ही छावनी अनाज मण्डी को 55 एकड़ भूमि पर कैलोद करताल में विस्थापित करने की योजना है। इसके अलावा सनावदिया में 10 एकड़ क्षेत्र में नई रेती मण्डी के विकास की योजना भी है।

ठेला जोन और दैनिक मार्केट होगा विकसित

आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के तहत वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के लिये ठेला जोन और दैनिक मार्केट का विकास किया जायेगा। शहर में 10 स्थानों पर ठेला जोन और 10 स्थानों पर दैनिक बाजार बनेंगे।

विभिन्न औद्योगिक क्लस्टर होंगे विकसित – 200 एकड़ में लॉजिस्टिक हब

            जिले में रोजगार के सृजन तथा स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिये विभिन्न औद्योगिक क्लस्टर विकसित करने की योजना तैयार की गई है। इसके अनुसार रंगवासा में फूड प्रोसेसिंग, मोहना में आयुर्वेदिक, खिलौने एवं इलेक्ट्रिक क्लस्टर, बेटमा खुर्द में फर्नीचर एवं फार्मा, क्षिप्रा में खिलौना एवं कन्फेक्शनरी क्लस्टर, मल्टीप्रोडक्ट इंडस्ट्रियल एरिया में फिनटेक एवं नॉलेज पार्क तथा देपालपुर में इन्वेस्टमेंट रीजन डेवलपमेंट योजना तैयार की गई है। इंदौर एयरपोर्ट से 25 किमी दूर 200 एकड़ में लॉजिस्टिक हब बनाये जाने की योजना भी प्रस्तावित है।

धार्मिक पर्यटन सर्किट बनेगा

इंदौर तथा इसके आसपास के धार्मिक स्थानों को मिलाकर धार्मिक पर्यटन सर्किट बनाया जायेगा। इसमें प्रमुख पर्यटन स्थल माण्डू और हनुवंतिया को भी जोड़ा गया है। इसके अलावा इंदौर का खजराना गणेश मंदिर, उज्जैन, ओंकारेश्वर, महेश्वर आदि भी शामिल होंगे। खजराना गणेश मंदिर में शिव परिवार संग्रहालय का निर्माण प्रस्तावित है।

सांस्कृतिक एवं कला केन्द्र

शहर के गाँधी हॉल, मराठी स्कूल और  गोपाल मंदिर आदि स्थानों को संस्कृति एवं कला के केन्द्र के रूप में विकसित किया जायेगा। विशेषज्ञों से परामर्श उपरान्त विस्तृत योजना तैयार की जा रही है।

भिक्षुकों को प्रशिक्षण, नशा मुक्ति केन्द्र

भिक्षुकों को विभिन्न कौशल का प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किये जायेंगे। रैन बसेरों का निर्माण होगा। ऐसे लोग जिनकी नशे की आदत है, उनकी नशे की आदत छुड़वाने के लिये नशा मुक्ति केन्द्र बनाये जायें।

इंदौर में खिलोना निर्माण की संभावनाएँ

पूर्व मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि शहर में घरेलू उद्योगों और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया जाये। इंदौर में खिलौनों के निर्माण की अपार संभावनाएं हैं। ट्रांसपोर्ट व्यवसाईयों को परेशानी न हो, इसके मद्देनजर ट्रांसपोर्ट हब की व्यवस्था की जाये।

इस अवसर पर पूर्व मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, औद्योगिक निवेश मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, सांसद श्री शंकर लालवानी आदि मौजूद थे।

 

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