परमहंस धारकुंडी आश्रम अमरकंटक में मनाया गया वार्षिक उत्सव
गिरीश राठौड़
परमहंस धारकुंडी आश्रम अमरकंटक में मनाया गया वार्षिक उत्सव
अमरकंटक/ श्री परमहंस धारकुंडी आश्रम अमरकंटक में 01 जून को अमरकंटक आश्रम की स्थापना एवम गुरुजी के आगमन तथा गुरु श्री परमहंस स्वामी सच्चिदानंद जी महाराज के 100 वॉ जन्म उत्सव पर आश्रम में रामचरित मानस का अखंड पाठ , रुद्राभिषेक , महामृतुंजय जाप , सुंदरकांड पाठ तथा त्रिशूल पूजन , पुज्यसंत पुराणिक महाराज जी की समाधि पूजन , श्री परमहंस आश्रम अमृतझिरिया सागर से पधारे स्वामी श्री मुक्तानंद जी महाराज के पावन सानिध्य में सारे कार्यक्रम निर्विघ्न पूर्ण सम्मान हुए ।
महाराज जी की अमृत वाणी का रसास्वादन सभी भक्त , श्रद्धालुओं को प्राप्त हुआ । इसके पश्चात आश्रम में बृहद भंडारे का आयोजन संपन्न हुआ जिसमे अमरकंटक के पूज्य संत , महंत , भक्त एवम नगर के जनमानस हजारों की संख्या में उपस्थित होकर प्रसाद ग्रहण किये ।
इस आयोजन में श्री परमहंस आश्रम भदोही (ऊ प्र) से पधारे पूज्य संत श्री स्वामी विमलानंद महाराज एवम उनके भक्तगण भी आयोजन में सम्मिलित हुए ।
अमरकंटक के वार्ड क्र छः कपिलधारा रोड़ पर स्थित श्री परमहंस धारकुंडी आश्रम शाखा अमरकंटक के व्यवस्थापक संत स्वामी श्री लवलीन महाराज ने बताया की यह वार्षिक कार्यक्रम प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है ।
एक जून को पचास वर्ष पूर्व सतगुरूदेव भगवान श्री ने अमरकंटक आकर श्री परमहंस धारकुंडी आश्रम की स्थापना कि थी । सतगुरूदेव भगवान जी का 100 वां जन्म वर्ष चल रहा है जिसके खुशी के उपलक्ष्य में संत शिष्यगण , भक्तगण हर्षोल्लास पूर्वक उत्सव को मना रहे है । गुरुदेव महाराज जी के अनेक स्थानों , प्रांतो में आश्रम है जन्हा पर भी उत्सव कार्यक्रम चल रहे है । अमरकंटक आश्रम में दूरदराज से भक्तगण यहां पधारकर आश्रम के वार्षिक उत्सव में सम्मिलित होते है और अपनी सेवाए देकर गुरु आज्ञा का पालन करते है ।