शहडोल में सड़क हादसे का एक और मामला, तेज रफ्तार वाहन ने साइकिल सवार बैगा परिवार को मारी टक्कर

Anil Tiwari
तीन गंभीर घायल, मेडिकल कॉलेज में कराया गया भर्ती, पुलिस जांच में जुटी
शहडोल। जिले में सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ताजा मामला शहडोल जिले के सोहागपुर थाना क्षेत्र के गोरतरा तालाब टोला के पास सामने आया है, जहां एक अज्ञात तेज रफ्तार वाहन ने सड़क किनारे साइकिल से जा रहे बैगा जनजातीय परिवार को टक्कर मार दी। इस दर्दनाक हादसे में एक पुरुष और दो मासूम बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुमन बैगा (35 वर्ष) अपनी बेटी राधिका बैगा (6 वर्ष) और बेटे मुरली बैगा (2 वर्ष) के साथ साइकिल पर सवार होकर कहीं जा रहे थे, तभी गोरतरा तालाब टोला के समीप एक अज्ञात वाहन ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि तीनों सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए।
*एफआरबी और गश्त दल ने की त्वरित मदद*
घटना की सूचना मिलते ही थाना गश्त पार्टी और एफआरबी-2 (फर्स्ट रिस्पॉन्स व्हीकल) मौके पर पहुंची और घायलों को तत्काल शहडोल मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद तीनों को गहन निगरानी में रखा गया है। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के अनुसार, सुमन और राधिका को सिर व हाथ-पैर में गंभीर चोटें आई हैं, जबकि मासूम मुरली की हालत भी चिंताजनक बनी हुई है।
*पुलिस जांच में जुटी, अज्ञात वाहन की तलाश जारी*
सोहागपुर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है। मौके पर मौजूद चश्मदीदों से पूछताछ की जा रही है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि आरोपी वाहन की पहचान की जा सके। पुलिस का कहना है कि जल्द ही वाहन और उसके चालक का पता लगा लिया जाएगा।
*स्थानीयों में नाराजगी, सुरक्षा उपायों की मांग*
घटना के बाद स्थानीय लोगों में नाराजगी देखने को मिली। लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर तेज रफ्तार वाहनों की आवाजाही आम हो गई है, लेकिन न तो स्पीड ब्रेकर हैं और न ही कोई यातायात नियंत्रण। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मार्ग पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं और हादसों को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाए।
*सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या चिंताजनक*
शहडोल जिले में हाल के दिनों में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या चिंता का विषय बन गई है। ऐसे में प्रशासन को सड़क सुरक्षा उपायों को लेकर सख्त और सतर्क रवैया अपनाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।