अनूपपुर का नाम रोशन : 69वीं शालेय राज्य स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता में ट्राइबल टीम ने बाजी मारी
अनूपपुर। शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित 69वीं शालेय राज्य स्तरीय फुटबॉल बालक/बालिका अंडर-19 प्रतियोगिता में अनूपपुर और अन्य आदिवासी जिलों के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर पूरे प्रदेश का ध्यान अपनी ओर खींचा। यह प्रतियोगिता सिरोंज, जिला विदिशा में 8 से 12 सितम्बर 2025 तक संपन्न हुई। प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में जनजातीय कार्य विभाग संभाग की बालक टीम ने इंदौर संभाग को हराकर विजेता ट्रॉफी पर कब्जा जमाया।

इस ऐतिहासिक जीत के साथ अनूपपुर जिले ने न केवल खेल जगत में बल्कि पूरे प्रदेश में अपना नाम स्वर्णाक्षरों में दर्ज कराया। टीम की इस शानदार उपलब्धि का पूरा श्रेय जिला कलेक्टर अनूपपुर तथा जिला खेल प्रभारी शेख ख़लील क़ुरैशी को दिया जा रहा है, जिन्होंने खिलाड़ियों को बेहतर मंच, प्रशिक्षण और मार्गदर्शन उपलब्ध कराया।

जीत के पीछे कड़ी मेहनत और सुनियोजित रणनीति
इस विजेता दल का गठन 4 से 6 सितम्बर 2025 तक अमलाई कालरी स्टेडियम में आयोजित विभागीय राज्य स्तरीय चयन प्रतियोगिता के दौरान किया गया था। टीम के कोच शेख कौनेन क़ुरैशी (अतिथि व्यायाम शिक्षक, विद्यालय बम्हनी) और मैनेजर संतोष सिंह राठौर (अतिथि व्यायाम शिक्षक, विद्यालय पोंडी) रहे। वहीं, 43 सदस्यीय दल के प्रबंधक के रूप में शेख ख़लील क़ुरैशी (जिला खेल प्रभारी, जनजातीय कार्य विभाग, अनूपपुर) ने संपूर्ण दल का नेतृत्व किया।
इस दल में आदिवासी अंचलों के जिलों – वांग, सरदारपुर, धार, डिण्डोरी, बालाघाट, मण्डला, शहडोल और अनूपपुर के चुनिंदा खिलाड़ी शामिल थे। खिलाड़ियों की फिटनेस, अनुशासन और टीमवर्क ने ही उन्हें फाइनल तक पहुंचाया और अंततः इंदौर जैसी मजबूत टीम को हराकर खिताब दिलाया।
कलेक्टर और खेल प्रभारी का योगदान
खिलाड़ियों और अभिभावकों ने इस जीत का पूरा श्रेय अनूपपुर कलेक्टर और जिला खेल प्रभारी शेख ख़लील क़ुरैशी को दिया है। कलेक्टर ने लगातार खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया, वहीं खेल प्रभारी क़ुरैशी ने मैदान से लेकर चयन तक हर स्तर पर खिलाड़ियों की हौसला-अफजाई की। उनके मार्गदर्शन और नेतृत्व में न केवल खिलाड़ियों को खेल की बारीकियां सिखाई गईं, बल्कि मानसिक रूप से भी उन्हें विजेता बनने की तैयारी कराई गई।
बधाई और शुभकामनाओं की बौछार
जैसे ही इस जीत की खबर जिला मुख्यालय पहुँची, विभागीय मुख्यालय और जिला खेल अधिकारी ने बधाई संदेश भेजे। उन्होंने खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और इस जीत को आदिवासी अंचलों के खेल प्रतिभा का उज्ज्वल उदाहरण बताया।