वर्दी को दागदार करने पर उतारू आरक्षक

महिला ने दो आरक्षकों पर लगाया अभद्रता का आरोप
फरियादी महिला पहुंची कप्तान के दरबार
पुलिस अधीक्षक को दी गई शिकायत में महिला ने दो आरक्षकों पर अभद्रता का आरोप लगाया है, पीडि़त महिला ने अपने साथ हुई आपबीती की शिकायत कप्तान को देते हुए कार्यवाही की मांग की है, वहीं पूर्व में जिले के धनपुरी पुलिस पर महिलाओं ने गंभीर आरोप लगाये थे, लेकिन संभवत: उन पर कार्यवाही न होने से कथित आरक्षकों को भी बल मिल गया।
(सुनील मिश्रा) -9755476196
शहडोल। कोतवाली थाना क्षेत्र में घर में घुसकर महिला से अभद्रता करने के आरोप अब आम हो चले हैं, लेकिन जब खाखी ही ऐसे काम करने लगे तो, आम जनता किस पर विश्वास करेगी। फरियादी महिला निवासी नरसरहा डिपो वार्ड नंबर 29 में रहने वाली महिला ने पुलिस अधीक्षक को दी गई शिकायत में बताया कि वर्ष 2014 से अपने मां-बाप की सेवा के लिए ससुराल पक्ष की सहमति पर यहां निवास करती थी। मेरी मां का देहांत 10 दिसम्बर 2020 को हो गया, मेरे माता की वसीयत के अनुसार पूरी घर दो हिस्से किये गये थे, जिसमें एक हिस्सा मेरे स्व. भाई की पत्नी और एक हिस्सा माता-पिता की सेवा करने वाले को मिलना था, मैं अपने माता-पिता की सेवा वर्ष 2014 से लगातार कर रही हँू।
फरियादी महिला ने पुलिस अधीक्षक को दी शिकायत में बताया कि मां के देहांत के बाद घर के दो हिस्से हुए, जिसमें एक हिस्सा मुझे भी मिला, लेकिन मेरी बड़ी बहनों को नगवार गुजरा। जब मेरी मां तकलीफ में थी और उन्हें सेवा की जरूरत थी तो, मैं और मेरे पति उनकी सेवा करते थे, आज हिस्सा बटवारे होने पर मेरी बहनों व उनके बच्चों द्वारा आये दिन विवाद किया जा रहा है। पीडि़ता ने बताया कि मां के देहांत के 14 दिन बाद मेरी बहनों ने मुझे व मेरे पति के साथ गंभीर मारपीट की गई, इसके पूर्व हाथापाई और पत्थरबाजी के दौरान 100 डॉयल को सूचना दी गई थी, इसके बाद हमने थाने में जाकर बहनो की रिपोर्ट लिखाई, लेकिन जब हमने उनके पुत्रों के खिलाफ भी रिपोर्ट लिखाने की बात कहीं तो, कोतवाली में पदस्थ मुंशी द्वारा रिपोर्ट लिखते समय कहा गया कि औरतों के झगड़े में बच्चों का नाम क्यों लिखवा रहे हो।
आरक्षकों के सामने पीटा
फरियादी ने बताया कि कोतवाली में रिपोर्ट लिखाने के बाद जैसे ही हम घर पहुंचे घर के अंदर से हमने ताला लगा दिया, लगभग 15 मिनट बाद दो आरक्षक देवेन्द्र पाण्डेय, सत्यनारायण पाण्डेय हमारे घर आये और दरवाजा खुलवाया। जिसके बाद मेरी बहनों व उनके पुत्रों ने मुझे व मेरे पति के साथ गंभीर मारपीट की। साथ ही मुझे बाहर आग में डालने की कोशिश करने लगे, साथ ही मेरे पति को लोहे के हथियार से छाती सहित शरीर के अन्य हिस्सो में चोटे पहुंचाई।
आधी रात में घर में घुसे आरक्षक
फरियादी ने बताया कि रात के दो से ढ़ाई बजे के बीच आरक्षक देवेन्द्र पाण्डेय, सत्यनारायण पाण्डेय बाउंड्री कूदकर घर में घुस आये और महिलाओं के साथ अभद्रता करते हुए, मेरे साथ गलत हरकत करने लगे। मेरे पति द्वारा उनको मन करने पर और मेरे द्वारा शिकायत करने की बात कहने पर मेरे पति और मेरे बहन पुत्र को रात में ही मेडिकल कराने के नाम पर कोतवाली में लाकर बंद कर दिया। शिकायतकर्ता महिला ने बताया कि पूरा मामला घर में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गया। का वीडियो रिकार्डिंग भी मेरे पास मैजूद है, जो उस समय सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गया, जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि उक्त आरक्षकों के सामने मेरे व मेरे पति के साथ गंभीर मारपीट की गई। साथ ही अब भी मुझे व मेरे पति को जान से मारने के धमकी भरे फोन आ रहे है।
मानसिक रूप से परेशान
पीडि़त महिला ने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाते हुए बताया कि मैं मानसिक रूप से परेशान हूं, कथित आरक्षकों पर कार्यवाही के साथ ही जान का खतरा होने की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की है, सोचनीय पहलू यह है कि जब रक्षक ही लोगों के लिए खतरा बन जाये तो, उनकी जान-माल की रक्षा कौन करेगा, जहां कप्तान लोगों को न्याय दिलाने के लिए प्रभारियों को कह रहे हैं, वहीं मुख्यालय में ही महिला की साथ हुई अभद्रता मातहतों की कार्य प्रणाली कुछ अलग ही नजर आ रही है।
इनका कहना है…
वीडियो फुटेज उपलब्ध कराईये, पूरे मामले को मैं खुद संज्ञान में लेकर कार्यवाही करवाता हँू।
मुकेश वैश्य
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
शहडोल