आयुष विभाग के रोगी कल्याण समिति की बैठक सम्पन्न

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                               4 लाख 93 हजार से अधिक के कार्यों की दी गई स्वीकृत

शहडोल। अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा की अध्यक्षता में आयुष विभाग के रोगी कल्याण समिति की बैठक कलेक्टे्रट कार्यालय के विराट सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में पूर्व के आय व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया गया। जिसमें शेष बची राशि 4 लाख 93 हजार रूपये को व्यय करने हेतु समिति ने सर्व सम्मति से निर्णय लिया। स्वर्ण प्राशन औषधि एवं उपकरण हेतु 32 हजार 660 रूपये, पंचकर्म सेटअप हेतु 63 हजार 800 रूपये क्षारसूत्र सेटअप हेतु 84 हजार रूपये, ऑफ्थैल्मिक व ईएनटी सेटअप हेतु 18 हजार 850 रूपये अन्य सामग्री क्रय हेतु 31 हजार 900 विविध कार्यों के हेतु 73 हजार 800 रूपये तथा शेष राशि मिसलीनियशस मद में व्यय करने की स्वीकृत प्रदान की गई।

इसी तरह जिला आयुर्वेद चिकित्सालय में विभिन्न सेवाओं हेतु पूर्व की दरों में संशोधन कर नये दर निर्धारित की गई है। जिसमें ओपीडी शुल्क 5 रूपये के स्थान पर 10 रूपये, आईपीडी शुल्क 10 रूपये से बढाकर 20 रूपये, ब्लड शुगर टेस्ट 20 रूपये, स्वर्ण प्राशन 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों हेतु 30 रूपये एवं 16 वर्ष तक के उम्र के बच्चों के लिए 50 रूपये तथा पंचकर्म शुल्क जो तीन दिनों कें लिए 50 रूपये निर्धारित था उसे यथावत रखा गया है। जिला आयुष अधिकारी ने जानकारी दी कि जिला आयुष चिकित्सालय की बाउंड्रीवाल निर्माण की कार्यवाही लोक निर्माण विभाग द्वारा की जा रही है।

इसी प्रकार उन्होंने यह भी बताया कि जिला आयुष चिकित्सालय को आंवटित 1.02 एकड़ भूमि बिना बाउंड्री के कारण दो तरफ से अतिक्रमित है। बाउण्ड्रीवाल निर्माण कार्य के पूर्व जिला आयुष चिकित्सालय की भूमि को पूर्ण रूप से अतिक्रमणमुक्त करना भी आवश्यक है जिससे सुरक्षित बाउण्ड्रीवाल का निर्माण हो सके। जिला आयुष अधिकारी ने बताया कि जिला आयुष चिकित्सालय में वर्षों से पुराना कबाड़ पडा हुआ है साथ ही एक एम्बुलेंस भी कबाड़ बन चुकी है। उन्होंने अपलेखन हेतु अनुमति व स्वीकृत चाही गई है। जिस पर समिति ने सर्वसम्मति से स्वीकृत प्रदान की।

बैठक में अपर कलेक्टर ने कल्याणपुर औषधालय को खोलने एवं चिकित्सक व स्टाफ की उपस्थिति नियमित रूप से कराने के निर्देश दिए। इसी प्रकार आगामी 14 मार्च को पुष्य नक्षत्र में कम से कम 50 अंागनबाड़ी के बच्चों का स्वर्ण प्रासन कराने हेतु निर्देशित किया। बैठक में अपर कलेक्टर ने आयुष विभाग के प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए जिससे चिकित्सालय में रोगियों की उपस्थिति बढ़े, साथ ही मरीजों का विश्वास आयुष औषधियों के प्रति जागृत हो जिससे लोंगो का रूझान आयुष चिकित्सा सेवाओं की ओर बढ सकें। उन्होंने कहा है कि वैश्विक कोरोना महामारी में आयुष का काढ़ा, आर्सेनिक की गोलियां मरीजों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में बहुत ही कारगर सिद्ध हुई है और कोरोना महामारी से लोंगो को सुरक्षित रखने में सहायक बनी है। बैठक में जिला आयुष अधिकारी डॉ. शशिप्रभा पाण्डेय, आयुष चिकित्सक डॉ. पुष्पराज सिंह, डॉ. वंदना शुक्ला, सहायक संचालक महिला बाल विकास अखिलेश मिश्रा, नगर पालिका के इंजीनियर श्री तोमर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहें।

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