जिले के बिजली विभाग की बड़ी कार्रवाई, फर्जी तरीके से किया CM हेल्प लाइन शिकायत का निरकारण उपभोक्ता ने लगाया आरोप…अपने बंद बिजली के लिए की थी शिकायत,जिम्मेदार बिजली अधिकारी बेफिक्र

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जिले के बिजली विभाग की बड़ी कार्रवाई, फर्जी तरीके से किया CM हेल्प लाइन शिकायत का निरकारण उपभोक्ता ने लगाया आरोप…अपने बंद बिजली के लिए की थी शिकायत,जिम्मेदार बिजली अधिकारी बेफिक्र
कटनी।। विद्युत विभाग की लापरवाही के नित नए-नए कारनामे सामने आते रहते हैं। ऐसा ही एक कारनामा बिजली उपकेंद्र कटनी ग्रामीण 2 के बिलहरी के घिनौची मोड़ का प्रकाश में आया है। यहां पर एक बिजली उपभोक्ता की समस्या का निरकारण नहीं किया गया और उसे फर्जी तरीके से निस्तारण का संदेश भेज दिया। जिसे लेकर युवक बिजली ठीक कराने के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। परेशान होकर युवक ने इसकी शिकायत ट्विटर के माध्यम से कटनी कलेक्टर सहित मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश सहित अन्यमंत्रियो को की हैं। जहाँ एक ओर सीएम हेल्पलाइन को सहारा मानने वाले हजारों लोग अपनी शिकायतों पर कार्रवाई न होने से परेशान हैं। ऐसे शिकायतकर्ता बार_बार सीएम हेल्पलाइन पर अपनी परेशानी दर्ज कराने के साथ ही कलेक्टर दिलीप कुमार यादव को भी अपनी शिकायत बता रहें हैं उसके बाद भी शिकायत कर्ता को कार्यालय और विभागों के चक्कर लगाने पड़ रहें हैं। कटनी नगर के बिलहरी के घिनौची मोड़ पर स्थित ऐसे ही एक परेशान ग्रामीण युवक अजय माहार ने तो सीएम हेल्पलाइन से विश्वास उठने का मैसेज भी कलेक्टर सहित मुख्य मंत्री मोहन यादव, प्रभारी मंत्री उदय प्रताप सिंह सहित केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ट्वीट कर भेजा है। ये ग्रामीण युवक दफ्तरों के चक्कर काटने से आहत हैं। लेकिन आज दिनांक तक युवक की समस्या का निरकारण नहीं किया गया। जानकारी के अनुसार बिजली उपभोक्ता अजय कुमार माहार कटनी नगर के बिलहरी के घिनौची मोड़ पर स्थित ने अपने खेत की बिजली बंद के लिए 1912 पर शिकायत की थी जिसकी कोई सुधार ना होनें पर उपभोक्ता ने CM HELP LINE 181 पर भी शिकायत की थी लेकिन विभाग ने बिना बिजली चालू किए बिना ही फर्जी तरीके से शिकायत का निस्तारण कर दिया ओर उसे CM HELP LINE में भी दर्ज करा दिया। बिजली उपकेंद्र कटनी ग्रामीण 2 के बिलहरी के घिनौची मोड़ के खेत में रहने वाले अजय ने 21 मई वर्ष 2025 को अपने बिजली खराब के लिए विभाग में शिकायत की थी। अजय कुमार माहार का आरोप था कि बिजली विभाग के अधिकारियों ने बिना सुधार के ही फर्जीवाड़ा करते हुए मोबाईल नंबर-8517998134 के द्वारा उपभोक्ता से दूरभाष पर चर्चा कर कागजी खानापूर्ति करके उनकी ओर से की गई शिकायत का फर्जी तरीके से निस्तारण कर दिया। मामले में कलेक्टर दिलीप कुमार यादव से भी शिकायत की थी। जिसके बाद बिजली विभाग ने स्पेशल जांच शुरू कराई और फिर से जांच शिकायत को निस्तारण करतें हुए बंद कर दिया…..


विद्युत अधिकारियों से बार बार कहने के बावजूद भी बिजली की आपूर्ति पूरी नहीं की है और बिजली न मिलने और ट्यूबवेल नहीं चलने के कारण किसान अजय परेशान हैं।


झूठी जानकारी दे कर शिकायत निराकरत थपथपाई
अपनी पीठ
शिकायतकर्ता, अजय कुमार महार ग्राम बिलहरी, तह, रीठी 32442897, दिनाँक, 21/5/20 25 को 181 में किसान द्वारा लाइट 2 दिनों से बंद है खेत की लाइट वोल्टेज भी कम रहता हैं कि शिकायत की गई। 22/5/2025 को विद्युत विभाग के द्वारा 181 में यह जानकारी प्रदान की गईं कि शिकायतकर्ता से संपर्क कर लाईट चालू हो गई है ऐसा निराकरण में लिखा गया है ओर यह भी लिखा गया है कि उपभोक्ता संतुष्ट नहीं हैं अतः शिकायत को बंद किया जावे लेकिन खेत की लाइट आज दिनांक तक नहीं आई है। कलेक्टर के डर से 181 में झूठा निराकरण बताकर शिकायत को स्पेशल क्लोज करने हेतु कहा गया है।


बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों के फर्जी निपटान का मतलब है कि बिजली विभाग द्वारा उपभोक्ताओं की शिकायतों को बिना ठीक किए या सही तरीके से हल किए ही उनका निपटान दिखा दिया जाता है। यह एक गंभीर समस्या है क्योंकि यह उपभोक्ताओं को न्याय से वंचित करता है और बिजली विभाग की विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाता है. प्रदेश में सीएम हेल्पलाइन के नंबर 181 पर हर दिन हजार से ज्यादा कॉल पहुंचते हैं। इनमें ज्यादातर शिकायतें सामान्य या तात्कालिक समस्याओं और बिजली विभाग से जुड़ी होती हैं। 72 फीसदी शिकायतों का तो टाइम लिमिट में निराकरण भी हो जाता है। लेकिन शैकड़ो ऐसी भी होती हैं जिनके समाधान का इंतजार लोग कई दिनों से कर रहे हैं। ऐसी ही 28 फीसदी शिकायत जिनकी संख्या शैकड़ों में होती है उनमें या तो फौरी कार्रवाई होती है या आवेदकों पर दबाव बनाकर उन्हें बंद करा दिया जाता है। इनमें से 15 फीसदी से ज्यादा शिकायतों में विभागों की कार्रवाई से लोग संतुष्ट ही नहीं टोते। इसको पोर्टल पर भी दर्ज कराया जाता है लेकिन जिम्मेदार इस स्थिति पर ध्यान ही नहीं देते। शिकायतों पर अफसरों से जवाब तलब होने के बाद भी अब ये व्यवस्था रस्मअदायगी बनती जा रही है।

शिकायतकर्ता के द्वारा समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दी गईं जानकारी और मध्य प्रदेश शासन के मंत्रियों को ट्वीट किए गए मैसेज का स्क्रीनशॉटhalehulchal.in के पास उपलब्ध है……

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