भाई बना जल्लाद, भाभी बनी साजिश की रानी, देवलोंद पुलिस ने खोला सनसनीखेज हत्या का राज
प्रेम प्रसंग की आड़ में रचा गया था खून का खेल, हत्या के बाद आरोपी रीवा-जबलपुर होकर हुए फरारशहडोल। रिश्तों को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां देवलोंद थाना पुलिस ने एक ऐसे हत्याकांड का खुलासा किया है जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। भाई ने अपने ही बड़े भाई की हत्या भाभी और दोस्तों के साथ मिलकर कर दी, और वजह थी भाभी के साथ अवैध प्रेम संबंध।
थाना प्रभारी उप निरीक्षक सुभाष दुबे के नेतृत्व में कार्यवाही करते हुए पुलिस ने इस जघन्य हत्या का पर्दाफाश किया है। मामला ग्राम करौंदिया थाना देवलोंद का है, जहाँ 28 सितंबर को राजकुमारी बैगा ने अपने बेटे ब्रजेन्द्र बैगा की संदिग्ध मौत की सूचना दी थी। शव कमरे में खटिया पर पड़ा था और पूरे घर में सड़ांध फैली हुई थी। पुलिस ने प्रारंभिक रूप से मर्ग कायम किया, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होते ही जांच की दिशा बदल गई।
प्रेम की दीवानगी में रिश्ते का कत्ल
जांच में सामने आया कि मृतक के छोटे भाई नरेन्द्र बैगा के अपनी भाभी प्यारी बैगा से अवैध संबंध थे। जब मृतक ब्रजेन्द्र को इस बात का पता चला, तो वह पत्नी से मारपीट करने लगा। इससे नाराज़ होकर प्यारी ने हैदराबाद में मजदूरी कर रहे देवर नरेन्द्र को फोन कर बुला लिया।
इसके बाद नरेन्द्र ने अपने साथी आशीष बैगा, नाबालिग भाई और भाभी प्यारी बैगा के साथ मिलकर अपने ही भाई की साजिशन हत्या कर दी।
ऐसे रचा गया कत्ल का षड्यंत्र
20 सितंबर को नरेन्द्र हैदराबाद से निकला और 23 सितंबर को शहडोल पहुँचा। 24 सितंबर की रात वह अपने साथियों के साथ खेत वाले घर के पास छिपा रहा। सुबह जब ब्रजेन्द्र घर लौटा, तो सभी ने मिलकर उसे टांगी, डंडा और सिलबट्टे के लोढ़े से सिर व गर्दन पर ताबड़तोड़ वार कर मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद आरोपी रीवा-जबलपुर की ओर फरार हो गए।
घर से उठी सड़ांध ने खोला राज
तीन दिन बाद रिश्तेदार चारा काटने खेत वाले घर पहुंची तो अंदर से बदबू आने पर दरवाजा खोला, तो ब्रजेन्द्र बैगा का शव सड़ चुका था। इसी सूचना के बाद पूरा मामला खुला और पुलिस ने जांच तेज कर दी।
बरामद हुए हत्या के हथियार
पुलिस ने चारों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान वारदात में प्रयुक्त टांगी, डंडा, सिलबट्टे का लोढ़ा और मोबाइल फोन बरामद किया गया।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 103(1), 238 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस की सटीक जांच और टीमवर्क से खुला राज
इस जघन्य हत्या का खुलासा पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव के मार्गदर्शन एवं एसडीओपी ब्यौहारी मुकेश अविद्रा के निर्देशन में थाना प्रभारी उप निरीक्षक सुभाष दुबे, सहायक उप निरीक्षक महेश झा, प्रधान आरक्षक सुनीत मिश्रा, आरक्षक बिनोद तिवारी, आदित्य सिंह, जितेन्द्र मण्डलोई, अभिषेक तिवारी, चित्रांशु शुक्ला एवं महिला आरक्षक महक कुशवाहा की संयुक्त टीम ने किया।