पुरानी तर्ज पर दौडऩे लगे बल्कर: शुरू हुआ मैनेजमेंट का खेल

राखड़ के ओव्हर लोड कैप्सूल में रोड इंट्री की वसूली फिर शुरू
चचाई, पाली, सहित मोजरवेयर प्लांट से शुरू होता है ओव्हरलोड
वाहन मालिको से मोटी रकम लेने के बाद पुलिस और परिवहन
विभाग में होता है बटवारा
संजय गांधी थर्मल पॉवर स्टेशन से राखड़ के काले कारोबार का खेल फिर लाखों में पहुंचता दिख रहा है, उमरिया जिले के छोटी पाली के रहने वाले जयकिशन के अलावा सतना और अनूपपुर जिले के तथाकथित मैनेजमेंट के खिलाडिय़ों के द्वारा पुलिस-प्रशासन और परिवहन विभाग के अधिकारियों के नाम पर प्रति वाहन हजारों रूपये की वसूली करने के बाद अधिकारियों को बांट रहा है, वहीं इस खेल में पॉवर प्लांट के फ्लाईएश प्रभारी और सीमेंट फैक्ट्रियों के अधिकारी भी ओव्हर लोड के इस खेल में मोटी कमाई लूट रहे हंै।
पॉवर प्लांट से लेकर सीमेंट प्लांट तक बनी है चैन
पॉवर प्लांट में कार्यरत कर्मचारी जयकिशन जैसे दलालों के माध्यम से सीमेंट प्लांट तक अपनी चैन बनाकर बैठे हैं, जैतहरी में यश ट्रांसपोर्ट की ब्रांच बनाकर राममनोहर उर्फ मुन्ना भईया के ट्रांसपोर्ट से वाहन अटैच होकर सीमेंट प्लांटो तक पहुंच रहे हैं, एमपी बिरला की भरौली मैहर स्थित प्लांट के अलावा एसीसी सीमेंट फैक्ट्री में लॉक डाउन के दौरान हुई राखड़ की कमी को यह चैन पूरी कर रही है। जिसमें राकेश गौतम और सिद्धार्थ सिंह जैसे नुमाईंदो ने पूरे सिस्टम को जैसे खरीद ही लिया हो। जयकिशन के साथ रवि जैसे नाम एक बार फिर सीमेंट प्लांटों और राखड़ के साथ सुर्खियों में हैं।
सड़कों पर जयकिशन की तूती
पॉवर प्लांट से रोजाना दर्जनों कैप्सूल राखड़ लेकर मैहर और सतना स्थित सीमेंट फैक्ट्री पहुंचने लगे हैं, माह में यहां से डेढ़ सौ से दो सौ वाहन राखड़ लेकर जाते हैं, प्लांट से ही रवि-जयकिशन का मैनेजमेंट ओव्हर लोडिंग का शुरू होता है, प्लांट के फ्लाईएश प्रभारी के साथ ही सीमेंट प्लांट के रविन्द्र गोस्वामी मोटी रकम लेने के बाद सब ऑल इज वेल कर देते हैं, जयकिशन प्रतिवाहन पुलिस, प्रशासन और परिवहन विभाग के नाम से 9 हजार रूपये मैहर तक की वसूली वाहन मालिकों से करता है और महीने में अधिकारियों का मैनेजमेंट उसी के माध्यम से किया जाता है, कैप्सूल और इसके कारोबार में सड़कों पर एक बार फिर जयकिशन की तूती बोलने लगी है।
होता है अवैध वसूली का खेल
एमबी थर्मल पॉवर स्टेशन से रोजाना दर्जनों गाडिय़ां राखड़ लेकर निकलती है, महीने में यहां पर सैकड़ों गाडिय़ा अनूपपुर, शहडोल, उमरिया होते हुए एमबी बिरला सीमेंट भरौली, प्रिंज्म सीमेंट सतना, बगवार सीमेंट प्लांट, अल्ट्रा टैक सीमेंट फैक्ट्री सतना सहित अन्य सीमेंट फैक्ट्रियों पर पहुंचती हैं, रोड इंट्री के नाम पर हजारों रूपये की वसूली जयकिशन के द्वारा जैतहरी से सतना तक के लिए वाहन मालिकों से ली जाती है, फिर यह पैसा परिवहन कार्यालय, हर थाने और यातायात सहित पुलिस विभाग के बड़े दफ्तरों तक जयकिशन के माध्यम से फिर पहुंचने लगा है, लाखों रूपये की अवैध वसूली का खेल खेला जा रहा है।
जयकिशन के हाथों बटती है रकम
जैतहरी पॉवर प्लांट से राखड़ की ट्रांसपोटिंग का काम सतना के रहने वाले राम मनोहर सिंह को मिला है, लेकिन अब वह दिल्ली और भोपाल में अपना समय व्यतीत करते हैं, यह जिम्मेदारी जयकिशन को सौंप रखी है, 300 रूपये प्रति वाहन की बिल्टी भी जयकिशन के हवाले है, राममनोहर ने जिस प्यादे को कारोबार में उतारा, उसने ही अब उसे मात देकर इस पूरे अवैध कारोबार में महारत हासिल कर ली, सूत्रों की माने तो जयकिशन का मोबाइल और उसके पास मौजूद लाल डायरी में पुलिस और प्रशासन के साथ ही परिवहन विभाग के अधिकारियों को महीने में बंटने वाले लिफाफे का खाखा भी मौजूद है।