सूदखोरों से त्रस्त कारोबारी लापता : गुमशुदगी के बाद सूदखोर जबरिया उठा कर ले गए कार, ये सूदखोर रडार में..पढ़िए नाम

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(शुभम तिवारी)
शहडोल। धनपुरी में करीना कार श्रृंगार के संचालक आसिफ खान पिछले 36 घंटे से लापता हैं। उनकी इलेक्ट्रिक कार कलेक्टर कार्यालय परिसर में खड़ी है। खबर लिखे जाने उनका कोई सुराग पुलिस को नहीं मिल सका है। परिजनों ने पुलिस को बताया है कि आसिफ के कुछ करीबी मित्र जो सूदखोरी का काम करते हैं वो पिछले कुछ दिनों से आसिफ को टॉर्चर कर रहे थे। पहले जूता संचालक खुद आसिफ के साथ कार में पैसा लगाकर काले को सफेद करते थे। फिर वीसी खिलाकर आसिफ का पैसा हड़पकर उसे कर्जदार बना दिया। पुलिस भी अब उन दो सूदखोरों को रडार में लेकर जांच में जुटी है जो आसिफ को टॉर्चर कर रहे थे। 
घर से दुकान के लिए निकला था आसिफ
शुक्रवार की सुबह प्रतिदिन की तरह अपने घर से निकले करीना कार श्रृंगार के मलिक आसिफ खान ने जब दोपहर तक घर पर संपर्क नहीं किया और जुम्मा होने के बाद भी नमाज अता करने मस्जिद नहीं गए तो उनके साथियों और घर वालों को इस बात की चिंता सताने लगी कि आखिर किसी भी दिन किन्हीं भी परिस्थितियों में होने के बावजूद नमाज अता करने वाले आसिफ आखिर है कहां, दोपहर तक सब सामान्य था लेकिन उसके बाद भी जब फोन नहीं उठा तो परिवार और मित्र परिचितों को इस बात की फिक्र सताने लगी।
फोन नहीं उठा परिजन पहुंचे थाना
आखिर ऐसा हुआ क्या देर रात तक लगातार आसिफ के फोन नहीं उठे और इस मामले की शिकायत लेकर परिजन धनपुरी थाने पहुंचे, पुलिस ने सूचना लेकर आसिफ की सेल फोन से टावर लोकेशन और अन्य सूचना तंत्र से उसका पता लगाना शुरू किया लेकिन अभी आसिफ को घर से निकले 36 घंटे से अधिक का समय बीत चुका होगा आसिफ का कोई भी सुराग नहीं मिला है।
शुक्रवार की सुबह पड़ोसी के पास पहुंचा आसिफ
शनिवार की सुबह होते-होते यह बात धनपुरी सहित बुढार अमलाई और पूरे जिले में आग की तरह फैल गई की सूदखोरों  का आतंक इस कदर बढ़ गया है जिनके सूद का पैसा लौटाने के लिए आसिफ अपने मित्र परिचितों पड़ोसी के यहां शुक्रवार का पूरा दिन भटकता रहा और  मदद के लिए रुपए की मांग करता रहा शायद मदद न मिलने के कारण आसिफ ने खुद को किनारे करना वाजिब समझा।
छप्पन ने आसिफ को किया परेशान
बताया गया कि जिले के बुढार थाना क्षेत्र अंतर्गत धनपुरी नगर पालिका के वार्ड नंबर तीन में मुख्य मार्ग पर ही आसिफ का प्रतिष्ठान संचालित है करीना कार श्रृंगार के नाम से संचालित इस प्रतिष्ठान में शनिवार की दोपहर छप्पन नाम का एक कारोबारी पहुंचा उसने दुकान के अंदर जबरिया प्रवेश किया और वहां रखी कार की दर्जनों चाबियों में से एक चाबी उठाई और आसिफ के कर्मचारियों से धक्का मुखी और हुज्जतबाजी करते हुए जबरिया बिना पूछे लूट के अंदाज में कार लेकर निकल गया।
छप्पन का चाचा भी रडार में 
बताया गया कि छप्पन और उसका जूता चाचा आसिफ के साथ पहले कार का व्यापार का कारोबार करते थे और उसे समय-समय पर ब्याज पर पैसा भी उपलब्ध कराते थे उनके कारों के  खरीदी बिक्री का कारोबार भी इसी करीना का श्रृंगार से होता था इस घटना के कुछ देर बाद ही  मज्जे  के लोग यहां पहुंचे और इस अंदाज में कार की चाबी ली गई और एक और कार करीना कार श्रृंगार नामक प्रतिष्ठा से उठाकर  दुकान के कर्मचारियों ने जब घर पर इसकी जानकारी दी तो  गुमशुदा आसिफ के परिजनों ने इसकी सूचना बुढार थाने में दी गई।
शाम होते ही क्यों वापस आ गई कार?
जब इस मामले में पुलिस सक्रिय हुई तो देर शाम तक दोनों कारें वापस आ गई सवाल उठता है कि आसिफ के गायब होने के बाद इतनी क्या आवश्यकता थी की लूट के अंदाज में कारों का जबरन उठाया गया और इस मामले में पुलिस ने इन लोगों से अभी तक पूछताछ भी नहीं की है यह भी बताया जा रहा है कि उक्त लोगों के साथ कुछ अन्य लोगों के द्वारा ही आसिफ पर ब्याज के पैसे का दबाव बनाया जा रहा होगा।

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