युवा कॉंग्रेस ने नीट परीक्षा और परिणामों की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में गठित समिति से जांच की मांग की

युवा कॉंग्रेस ने नीट परीक्षा और परिणामों की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में गठित समिति से जांच की मांग की
कटनी। युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिव्यांशू मिश्रा अंशू ने नीट परीक्षा के संचालन और परिणामों की तत्काल व्यापक सुप्रीम कोर्ट स्तर की जाँच की मांग की है। उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार में शिक्षा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। यह कार्यवाही हाल ही मे आयोजित नीट परीक्षा और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा प्रकाशित परिणामों मे संबंधित गंभीर आरोपों और अनियमितताऔ के बाद की गयी है। अंशु मिश्रा ने बताया कि आज छात्र आत्महत्या कर रहे हैं इनका जिम्मेदार कौन है?? 600 अंक लेकर भी छात्र असमंजस में है उसको सीट मिलेगी की नहीं इसके लिए कोन जिम्मेदार है?? हम मांग करते है कि NTA के इस नीट परीक्षा घोटाले उच्चतम न्यायायिक अधिकारीयों द्वारा जांच की जाये, इस परीक्षा में प्रभावित छात्रों को उचित न्याय दिया जाये भले ही परीक्षा फिर से आयोजित करना पड़े। जिला अध्यक्ष ने प्रमुख चिंताओं में प्रकाश डाला जो की इस प्रकार है -नीट परीक्षा स्थापित पैटर्न के अनुसार उम्मीदवारों के 719 या 718 अंक हासिल करना अकल्पनीय है। फिर भी ये अंक NTA द्वारा जारी किए गए स्कोरकार्ड में दिखाई देते हैं। जिससे परीक्षा परिणामों की अखंडता पर महत्वपूर्ण संदेह पैदा होता है, इससे अतिरिक्त एक ही परीक्षा केंद्र के 5 से अधिक शीर्ष रैंकिंग का होना सांख्यिकी रूप से संदिग्ध है..इसकी गहन जांच की आवश्यकता है। हमारा विश्वास है कि हमारे छात्र-छात्राओं का भविष्य और शैक्षणिक प्रणाली की अखंडता सर्वोपरि है।हम सरकार और सम्बन्धित अधिकारियों से इन गम्भीर चिंताओं को दूर करने और सभी परीक्षाओं के लिए निष्पक्ष और पारदर्शी प्रकिया सुनिश्चित करने काआग्रह करते है।