छत्तीसगढ़ की बेटी रोशनी बंजारे ने किया भारत को गौरवान्वित अपने कला के माध्यम से अमेरिका में किया नाम रोशन
विक्रांत तिवारी
छत्तीसगढ़। अमेरिका के इतिहास में पहली बार दलित आदिवासी बहुजन आर्ट प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ की होनहार छात्रा रोशनी बंजारे की बनाई हुई पेंटिंग का चयन किया गया जो कि जिला कोरिया छत्तीसगढ़ बैकुंठपुर की निवासी हैं शनिवार 30 अप्रैल को बहुत बड़े आर्टिस्ट लोगों के स्टूडियो के बीच कला की प्रदर्शनी अमेरिका में होने जा रही है इस कार्यक्रम से जुड़ने के लिए यूट्यूब पर लाइव जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें https://www.youtube.com/watch?v=iNXA7XsQgQo
रोशनी बंजारे बैकुंठपुर जिला कोरिया की निवासी हैं उनका नदियों और पहाड़ों से व हमारी प्रकृति के सौंदर्य से काफी गहरा लगाव है। एक सामाजिक एक्टिविस्ट व समाज से जुड़े हर छोटी सी बड़ी समस्याओं को लेकर एक ऐसी मिसाल पेश की है जो कि समाज के प्रति हर एक आम नागरिक को यह संदेश देना चाहती हैं कि हमे हमारी मातृभूमि प्रकृति को संरक्षित किया जाना चाहिए एक जिम्मेदार नागरिक के साथ साथ बेटी रोशनी ने ऐसी भूमिका निभाई है जो कि हर एक आम नागरिक को बहुत बड़ी सीख देती है हालांकि रोशनी वकालत में स्नातकोत्तर की छात्रा हैं भरतीय संविधान के बनाये हुए कानून में अच्छी खासी पकड़ रखने के साथ-साथ वे भारतीय शास्त्रीय संगीत में भी रुचि रखती हैं। इसके पश्चात वे चित्रकारी और लेखन में भी पारंगत हैं। जिसका प्रमाण हम अमेरिका की इस प्रदर्शनी में देख ही चुके हैं जो कि वहां उनके द्वारा यह चित्र बनाया गया है आज समस्त भारत वासियों के लिए यह गौरव का पल है आशा करते हैं कि छात्रा रोशनी बंजारे जैसे और भी छात्र छात्राएं अपने कला के माध्यम से अपने देश व अपनी मातृभूमि के प्रति ऐसे ही अपना योगदान हमेसा देते रहें व अपने देश का नाम रोशन करें हर घर मे रोशनी बेटी के तरह रोशन करने वाले बच्चें निकले।