बाल मजदूरी कर रहे बालकों को मिला आजादी का तोहफा बाल कल्याण समितएवं चाइल्ड लाइन 1098 अनूपपुर ने मुक्त कराये 4 बाल मजदूर
गिरीश राठौर
अनूपपुर-/देश एक तरफ आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है वहीं बाल मजदूरी का कलंक आज भी देश के माथे पर लगा हुआ है।बच्चों के सर्वागीण विकास और बाल अधिकारों के लिए प्रतिबद्ध बाल कल्याण समिति अनूपपुर द्वारा अनूपपुर जिला मुख्यालय पर बड़ी कार्यवाही की है।बाल मजदूरी को रोकने के लिए बाल कल्याण समिति ने चाइल्ड लाइन1098 व पुलिस विभाग के साथ मिलकर सयुंक्त कार्यवाही करते हुए
जिला मुख्यालय में जिला न्यायालय के पीछे स्थित एक मकान पर कार्यवाही करते हुए 4 नाबालिग बच्चों को बाल मजदूरी से मुक्त करवाया गया। उक्त सन्दर्भ में जानकारी देते हुए बाल कल्याण समिति के सदस्य ललित दुबे ने बताया कि विश्वसनीय स्रोत के माध्यम से जानकारी मिली कि लमता तालाब के पास एक मकान में कुछ लोग बच्चों को रखकर मजदूरी करवा रहे हैं। बाल कल्याण समिति द्वारा तत्काल चाइल्ड लाइन व थाना कोतवाली अनूपपुर को सूचित कर त्वरित कार्यवाही की गई तथा बच्चों को बंद कमरे में काम करते हुए पाया गया। बच्चों की स्थिति कष्टप्रद नजर आ रही थी बच्चों को अस्वच्छता पूर्ण माहौल में रखा गया था जिस कमरे में बच्चे काम कर रहे थे वहां पर्याप्त रोशनी व साफ हवा का अभाव नजर आया बच्चों को असुरक्षित महसूस कर समिति द्वारा चाइल्ड लाइन व पुलिस बल के सहयोग से बच्चों को रेस्क्यू किया गया। स्थल से मकान को किराये पर लेकर बच्चों से काम करवा रहे धर्मवीर कुमार उम्र लगभग 27 वर्ष के घर सेे बच्चे समिति को मिला ।
समिति के सदस्यों ललित दुबे,विद्यानंद शुक्ला, सीमा यादव व मोहनलाल पटेल द्वारा बच्चों को समिति कार्यालय लाकर काउंसलिंग के बाद बाल गृह में प्रवेशित करवाया गया है तथा आगामी कार्यवाही के लिए पुलिस को निर्देशित कर दिया गया है।