माध्यन्ह भोजन में बच्चों को मिल रहे सड़े-गले आलू

उमरिया। जिला के जनपद पंचायत बिरसिंहपुर पाली अंतर्गत ग्रामीण अंचलों में इन दिनों मध्यान्ह भोजन में चल रही मनमानी पर अंकुश नहीं लग पा रहा है, मीनू के आधार पर भोजन नहीं दिया जा रहा है, विद्यालय में मध्यान्ह भोजन में आलू कम, पानी की सब्जी और दाल कम पानी ज्यादा मिलता है। सरकार चाहती है कि बच्चों को अच्छा पोषण आहार मिले, इसके लिए एक मीनू बनाया गया है, लेकिन अधिकतर ग्रामीण अंचलों में मीनू के आधार पर मध्यान्ह भोजन बनाते नहीं देखा जा रहा है। स्व सहायता समूह के मालिकों द्वारा इस तरह की मनमानी खुलेआम की जा रही है, घुनघुटी और शाहपुर में बैठे संकुल प्रभारी भी कभी स्कूल का निरीक्षण नहीं करते, मध्यान्ह भोजन कैसा मिल रहा है, यह किसी से छुपा नहीं है। सरकार का आदेश हैं कि संकुल प्रभारी स्कूलों का निरीक्षण प्रतिमाह करें और रिपोर्ट अपनी उच्च अधिकारियों को सौंपे, समूह संचालक जब कोई आलाधिकारी जांच पर आता है तो, एक विद्यालय में अच्छा भोजन बनाकर खिला दिया जाता है, वहीं जो अधिकारी चले जाते हैं तो, विद्यालय में मध्यान्ह भोजन आलू कम पानी की सब्जी और दाल कम पानी ज्यादा मिलता है। तुम्मी छोट, कठई, हथपुरा, डिंडवरिया अन्य कई स्कूल जहां पर मध्यान्ह भोजन मीनू के आधार पर नहीं बन रहा है। सबसे बड़ी विडंबना है कि इस दिशा में जिले में बैठे उच्चाधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।