आंगनबाड़ी केंद्रो में नवरात्रि में किया जा रहा है बाल भोज का आयोजन

कमिश्नर की पहल पर पोषण को परम्परा से जोड़कर बच्चो
के पोषण स्तर को बढ़ाने का अभिनव प्रयास
शहडोल। कमिश्नर राजीव शर्मा के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में कुपोषण समाप्त किये जाने हेतु संवेदना अभियान निरंतर चलाया जा रहा है। जिससे विकासखण्ड अंतर्गत संवेदना अभियान अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। सोहागपुर ब्लॉक के परियोजना अधिकारी आनंद अग्रवाल ने बताया कि इसी अनुक्रम में कमिश्नर संभाग राजीव शर्मा के निर्देशन में आंगनबाड़ी केन्द्रो में नवरात्रि के पावन पर्व पर कन्या के साथ सभी बच्चो का बाल भोज का आयोजन प्रारंभ किया गया है। जिसमें समाज के संपन्न व्यक्तियों के सहयोग से नवरात्रि के पावन पर्व पर आंगनबाड़ी केंद्रो में बाल भोज कराया जा रहा है।
इन केन्द्रो में हुआ बाल भोज का आयोजन
इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य बच्चो के पोषण स्तर को बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित बाल भोज में सोहागपुर ब्लॉक के आंगनबाड़ी केंद्र कंदौहा, आंगनबाड़ी केंद्र खम्हरियाकला, आंगनबाड़ी केंद्र सिंदुरी में बाल भोज का आयोजन जनसहयोग से कराया गया। जिसमें ग्राम खम्हरियाकला में श्रीमती निशा दीक्षित के द्वारा बाल भोज का आयोजन किया गया। कमिश्नर की इस पहल से संवेदना अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चो को अतिरिक्त पोषण आहार प्राप्त हो सकेगा तथा आंगनबाड़ी केंद्र के प्रति जनसमुदाय की भागीदारी भी सुनिश्चित हो सकेगी। आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चो के पोषण स्तर में भी वृद्धि होगी। आंगनबाड़ी केद्रो में कन्या भोज के आयोजन से कन्या के प्रति समाज महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी आगे बढ़ेगा। नवरात्रि के आगामी दिवसों जनसमुदाय के सहयोग से और भी अधिक आंगनबाड़ी केंद्रो को इससे जोडऩे का प्रयास किया जाएगा।
संवेदना अभियान का उद्देश्य
कमिश्नर संभाग राजीव शर्मा की पहल पर जिले में संवेदना अभियान की शुरुआत की गई। संवेदना अभियान का उद्देश्य गर्भवती माताओं एवं बच्चों का कुपोषण दूर करने के लिए कार्य योजना बनाकर उसका क्रियान्वयन करना है। बच्चों और गर्भवती महिलाओं के कुपोषण को दूर करने के लिए शासन द्वारा दी जा रही योजनाओं का लाभ सभी पात्र हितग्राहियों को मिले साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि, शासन के प्रोत्साहन राशि का उपयोग उनके कुपोषण को दूर करने, पौष्टिक आहार लेने में ही उपयोग हो इसके लिए परिवार को समझाइश दी जा रही है। जिससे गर्भवती माता एवं उसका बच्चा कुपोषित होने से बच सकें, जिसका सार्थक परिणाम भी देखने को मिल रहा है।
बच्चो को कुपोषण से बचाना प्राथमिकता
ब्लॉक स्तर पर जन सहयोग लेते हुए ग्रेन बैंक (अनाज बैंक) की गयी है। जिससे जरूरतमंदों को कुपोषण से दूर करने के लिए पौष्टिक आहार दिया जा सके। मैदानी कार्यकर्ता, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग मिलकर कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन कर शीघ्र एनआरसी मे शीघ्र भर्ती कराया साथ ही बच्चों के डिस्चार्ज के बाद उनका अनुसरण भी किया जाए जिससे बच्चें पुन: कुपोषित होने से बच सकें, बेहतर पोषण देकर बच्चों के प्रति संवेदना दिखाते हुए सभी गर्भवती माताओं का स्वास्थ्य परीक्षण समय-समय पर किया जा रहा है वीएचएनडी दिवस के दिन उन्हें आरोग्य केन्द्र में एकत्रित कर उन्हें कुपोषण से बचने की समझाइश भी दी जा रही है।