कलेक्टर एवं अपर संचालक प्रशासन अस्पताल ने किया जिला चिकित्सालय का निरीक्षण

कोरोना की तीसरी लहर को दृष्टिगत व्यवस्थाओं का लिया जायजा
शहडोल। कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह एवं अपर संचालक अस्पताल प्रशासन डॉ. संतोष जैन ने जिला चिकित्सालय का संयुक्त रूप से निरीक्षण किया। कलेक्टर ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि जिला अस्पताल की पार्किंग व्यवस्था ऐसी सुनिश्चित करें कि एम्बूलेंस के सामने कोई वाहन पार्क न किया जा सकें। उन्होंने जिला चिकित्सालय में बिना मास्क लगाएं हुए व्यक्तियों को मास्क लगाने की समझाईस देते हुए कहा कि कोरोना महामारी अभी खत्म नही हुई है, मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकले।
शीघ्र पूर्ण कराये मरम्मत
निरीक्षण के दौरान जिला चिकित्सालय में 2 वार्ड जो 20-20 बिस्तरीय है, उनमें कराएं जा रहे मरम्मत कार्य का अवलोकन किया। इस दौरान कलेक्टर ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि मरम्मत शीघ्र पूर्ण कराएं, जिससे आम जनमानस को बेहतर से बेहतर चिकित्सकीय सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए बच्चों के इलाज के लिए इन वार्डो का शीघ्र संचालन किया जाना आवश्यक है।
एसी वार्ड का किया अवलोकन
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने वार्ड से लगा हुआ एक अतिरिक्त वार्ड एवं हाल बनवाने का प्राक्कंलन बनवाने के निर्देश सिविल सर्जन को देते हुए कहा कि जिला अस्पताल में बेहतर से बेहतर चिकित्सकीय सुविधा के साथ-साथ साफ-सफाई एवं स्वच्छता रखना भी आवश्यक है। इसके लिए सप्ताह में एक दिन सफाई अभियान चलाया जाएं। इस दौरान कलेक्टर एवं अपर संचालक ने जिला चिकित्सालय में बने 3 प्राईवेट ए.सी. वार्डो का अवलोकन किया और सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि प्राइवेट वार्डो की खिडकियों में मच्छर रोधी जाली लगाने तथा साफ-सफाई एवं स्वछता बरतने के निर्देश दिए।
लग रहे दो ऑक्सीजन प्लांट
सिविल सर्जन ने कलेक्टर को अपर संचालक को अवगत कराया कि जिले में कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित किया गया है, जिले में 14 एम्बुलेंस की व्यवस्थाओं के साथ-साथ ऑक्सीजन कन्सट्रेटर एवं सिलेण्डर की व्यवस्थाएं पर्याप्त है। जिला चिकित्सालय में 1000 एलपीएम तथा 570 एलपीएम के 2 ऑक्सीजन प्लांट लगाएं जा रहे है। तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए जिला चिकित्सालय-40, सिविल अस्पताल ब्यौहारी-40 एवं सामुदायिक स्वास्थ्य जयसिंहनगर-10, बुढ़ार-10, धनपुरी-20 एवं झींकबिजुरी-10 में बच्चों के लिए अतिरिक्त वार्ड का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सेम्पलिंग जॉच के साथ-साथ सभी व्यस्थाओं सुनिश्चित की गई है।
मलेरिया का प्रकोप ग्रामों में दवाओं का छिड़काव
कलेक्टर को अपर संचालक ने अवगत कराया कि जिले के जिन 30 ग्रामों में मलेरिया का प्रकोप ज्यादा है, वहॉ प्रथम चरण में 1 जुलाई से 15 जुलाई तक मलेरिया रोधी दवा का छिड़काव किया जा रहा है। 06 माह बाद द्वितीय चरण में पुन: मलेरिया दवाओं का छिड़काव उन ग्रामों में पुन: किया जाएगा और शासन द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है, 2025 तक मलेरिया रोग का उन्मूलन हो सकें। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एम.एस. सागर, सिविल सर्जन डॉ. जी.एस. परिहार सहित अन्य चिकित्सकीय स्टाफ उपस्थित थे।
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