कलेक्टर ने दिए सख्त निर्देश: धान खरीदी केंद्रों में पारदर्शिता और गुणवत्ता परीक्षण पर खास जोर

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कलेक्टर ने दिए सख्त निर्देश: धान खरीदी केंद्रों में पारदर्शिता और गुणवत्ता परीक्षण पर खास जोर
कटनी।। धान उपार्जन वर्ष 2025-26 की तैयारियों को लेकर जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित प्रशिक्षण सत्र में कलेक्टर आशीष तिवारी ने सर्वेयरों, समिति प्रबंधकों और कंप्यूटर ऑपरेटर्स को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने स्पष्ट कहा कि उपार्जन केंद्रों में पारदर्शिता, समयबद्धता और गुणवत्ता परीक्षण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सर्वेयरों को नोडल अधिकारियों के साथ समन्वय से कार्य करने के निर्देश
कलेक्टर तिवारी ने सर्वेयरों को निर्देशित किया कि वे प्रतिदिन समय पर उपार्जन केंद्र पहुँचें तथा गूगल लोकेशन के माध्यम से अपनी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करें। धान की गुणवत्ता परीक्षण प्रक्रिया नोडल अधिकारियों के साथ पूर्ण समन्वय से की जाए, जिससे किसी भी प्रकार की अनियमितता की गुंजाइश न रहे।
दलालों, व्यापारियों और बिचौलियों पर कड़ी नजर
कलेक्टर ने समिति प्रबंधकों को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि बाहरी धान की आवक, दलालों व बिचौलियों की गतिविधियों पर पूरी तरह रोक सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि यदि किसी केंद्र में बाहरी खरीदी या गड़बड़ी पाई गई तो संबंधितों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
कंप्यूटर ऑपरेटरों के लिए स्पष्ट निर्देश
कलेक्टर तिवारी ने कहा कि किसानों की उपज की तुलाई जिस क्रम में होती है, उसी क्रम में पावती व परिदान दिया जाए। किसी भी किसान को अनावश्यक प्रतीक्षा या परेशानी न हो।
सर्वेयरों की तैनाती और ठहरने की व्यवस्था अनिवार्य
धान की गुणवत्ता परीक्षण में लगे आर बी एसोसिएट्स को निर्देशित किया गया कि वे सभी सर्वेयरों की तैनाती के साथ-साथ विकासखंड मुख्यालय में ही उनके ठहरने की समुचित व्यवस्था करें, ताकि उनकी निरंतर और सहज उपलब्धता बनी रहे।
केन्द्रों के प्रभारियों को संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश
जिला आपूर्ति अधिकारी तथा नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक ने बताया कि प्रत्येक उपार्जन केंद्र में किसानों की सुविधा हेतु आवश्यक सभी संसाधनों की उपलब्धता को सुनिश्चित किया जाए और इनका विवरण भारत सरकार के PCSAP.IN पोर्टल पर सही फोटोग्राफ्स सहित अपलोड किया जाए, जिसके आधार पर केंद्रों का श्रेणीकरण किया जाएगा।
सर्वेयरों को गुणवत्ता परीक्षण का तकनीकी प्रशिक्षण
भारतीय खाद्य निगम की मैनेजर (क्वालिटी) दीपिका अवधिया ने सर्वेयरों को पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से गुणवत्ता मानकों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सर्वेयर्स द्वारा धान का परीक्षण गुणवत्ता एप से किया जाएगा और इसे ऑनलाइन दर्ज करने के बाद यह जानकारी ई-उपार्जन पोर्टल पर स्वतः प्रदर्शित होगी, जिससे यह स्पष्ट होगा कि धान एफएQ श्रेणी की है या नहीं। कलेक्टर ने कहा कि जिले में धान उपार्जन प्रक्रिया को पारदर्शी, सुव्यवस्थित और किसान हितैषी बनाना प्राथमिकता है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, इसलिए सभी अधिकारी एवं कर्मचारी पूर्ण जिम्मेदारी के साथ कार्य करें।

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