कलेक्टर ने रोजगार,स्वरोजगार और औद्योगिक गतिविधियों की की समीक्षा विभागीय अधिकारियों को दिए परिणामोन्मुखी क्रियान्वयन के निर्देश
कलेक्टर ने रोजगार,स्वरोजगार और औद्योगिक गतिविधियों की की समीक्षा विभागीय अधिकारियों को दिए परिणामोन्मुखी क्रियान्वयन के निर्देश
कटनी।। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में रोजगार, औद्योगीकरण एवं निवेश संवर्धन, कौशल विकास, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग की ऋण योजनाओं, एमएसएमई सरलीकरण, उद्योगों व एमएसएमई को भूमि आवंटन, पीएम गतिशक्ति योजना, स्टार्टअप और एक जिला एक उत्पाद योजना के साथ स्वरोजगार योजनाओं की समीक्षा की गईं। बैठक में कार्यकारी संचालक, एमपीआईडीसी जबलपुर , अनिल राठौर, आर पी चक्रवर्ती मुख्य महाप्रबंधक एमपीआईडीसी, श्रीमति ज्योति सिंह महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, जिला रोजगार अधिकारी डीके पासी, प्राचार्य, शासकीय पॉलिटेक्निक कालेज नरेन्द्र बरखेडकर,प्राचार्य आईटीआई श्री पांडेय, एल डी एम, उद्यानिकी विभाग, उपसंचालक पशुपालन एवं डेयरी विकास डॉ आर के सोनी आदिम जाति कल्याण विभाग के विमल चौरसिया सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। कलेक्टर को कार्यकारी संचालक, एमपीआईडीसी द्वारा एमपीआईडीसी के अंतंर्गत आने वाले औद्योगिक क्षेत्रों की गतिविधियों और प्रस्तावित कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गयी । कलेक्टर ने जिले में औद्योगिक गतिविधियों के विकास एवं विस्तार हेतु डीपीआर तैयार करने सहित अधोसंरचनात्मक कार्यों की भी प्रगति की समीक्षा की और जरूरी दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने समीक्षा बैठक के दौरान महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र द्वारा नवीन पॉलिसी 2025 जैसे-एमएसएमई प्रोत्साहन योजना, भू-आवंटन संबंधी नियमों की समीक्षा की ।साथ ही कलेक्टर ने मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना की प्रगति की जानकारी लेते हुए अधिक से अधिक पात्र हितग्राहियों को योजना से लाभान्वित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने एलडीएम को निर्देशित किया की बैंकों से स्वरोजगार योजनाओं के ऋण वितरण कार्य में तेजी लाने सार्थक प्रयास किए जाएं। कौशल विकास योजना के तहत् प्राचार्य आईटीआई द्वारा आईटीआई में प्रवेश एवं रोजगार की जानकारी दी गयी। साथ ही मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना एवं प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की प्रगति की भी कलेक्टर श्री तिवारी ने गहन समीक्षा की। इस मौके पर प्राचार्य,शासकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय ने बताया कि छात्रों का शत्-प्रतिशत सभी ब्रांचों में प्रवेश दिलाया गया है एवं छात्रों की 75 से 80 प्रतिशत के बीच उपस्थिति भी रहती है। जिला रोजगार अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि प्रत्येक माह रोजगार स्वरोजगार अप्रेंटिसशिप मेले का आयोजन किया जा रहा है एवं मेले के माध्यम से शिक्षित बेरोजगार युवाओं को निजी क्षेत्र की कई नामी गिरामी कंपनियों में रोजगार दिलाया जा रहा है।