सरस्वती शिशु मंदिर की भूमि पर कब्जा कर बना दिया व्यवसायिक मकान

अतिक्रमणकारी दादागिरी पर उतारू, प्रबंधन ने की लिखित शिकायत
अनूपपुर। मुख्यालय में इन दिनो अवैध कब्जाधारियों का बोल बोला देखा जा रहा है, न कानून का भय है और नही राजस्व का डर, किसी के भी जमीन व शासकीय भूमि पर सहित विद्यालय के भूमि को आसानी से कब्जा कर उस पर व्यवसायिक महल तैयार कर लिया जा रहा है, लेकिन प्रशासन किसी भी तरह से ध्यान नही दे रही है। कुछ इसी तरह का मामला बीते दिनो सामने आया जब सरस्वती विद्यालय के मैदान में अतिक्रमण कर व्यवसायिक भवन निर्माणकर्ता ने शिक्षकों व समाजसेवियों के विरोध को दादागिरी से अवरूद्व कर दिया।
थाना प्रभारी से शिकायत
सरस्वती शिशु मंदिर के अध्यक्ष गजेन्द्र सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उक्त विद्यालय के मैदान में निर्मित व्यवसायिक भवन को अतिक्रमण मुक्त कराने हेतु थाना प्रभारी को लिखित शिकायत दी गई है। उन्होने लिखा कि सरस्वती शिशु बाल सेवा समिति अनूपपुर के पट्टे कब्जे दखल की भूमि आराजी खसरा नंबर-292/4 रकवा 2.428 में अवैध कब्जा के नियत से निर्माण कार्य कराया जा रहा है, जिसमें समिति के द्वारा माननीय न्यायालय में प्रकरण प्रस्तुत किया गया, जिसमें न्यायालय के द्वारा स्थगन लगाते हुए आशुतोष गुप्ता को नोटिस जारी किया गया, उसके बाद भी आशुतोष, अंकुश पिता प्रेमचंद गुप्ता वार्ड नंबर-12 के द्वारा दबंगता दिखाते हुए उक्त भूमि पर जहां रानी दुर्गावती आदिवासी कन्या छात्रावास के लिए प्रस्तावित भूमि अतिक्रमण कर लिया गया है।
अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग
सरस्वती शिशु बाल सेवा समिति के मैदान में यंू तो वर्षो से अतिक्रमण देखा जा रहा है, प्रशासनिक लापरवाही के कारण धीरे-धीरे मैदान सिमटता जा रहा है, अब तो अतिक्रमणकारियों के द्वारा बिना दस्तावेज के ही उक्त भूमि में कब्जा कर व्यवसायिक मकान का निर्माण कराया जा रहा है, विद्यालय समिति के द्वारा तहसीलदार एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी राजस्व से जल्द से जल्द उक्त भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की है।