दो सीएमएचओ के कुर्सी को लेकर बवाल , जिले में असमंजस की स्थिति
शशिकांत कुशवाहा
सिंगरौली। सिंगरौली जिले में लगातार बहुत ही असमंजस के मामले सामने आ रहे हैं जिससे कि जिले वासियों से लेकर गली मोहल्ले चौराहों में चर्चाओं का बाजार बेहद गर्म हो गया है अभी फिलहाल नायब तहसीलदार के द्वारा कलेक्टर को दिए आदेश का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि एक और मामला सामने आ गया है इस मामले में जिले के खास पद को लेकर अधिकारियों में वर्चस्व की लड़ाई सामने आ रही है गौर करने वाली बात है कि इस संकट की घड़ी में जिले के जिम्मेदार पद की गरिमा को पद की लालसा में भुला बैठे अधिकारी व जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी इसका अच्छा खासा असर देखने को मिला है वह भी जब पूरे देश में कोरोनावायरस संकट छाया हुआ है ।
जाने पूरा मामला
दरअसल यह पूरा मामला सिंगरौली जिले के स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा हुआ है । स्वास्थ्य विभाग के सिंगरौली सीएमएचओ डॉक्टर आर पी पटेल को शासन के द्वारा प्रभार मिला है इसी बीच जिले में सोसल मीडिया में एक पत्र वायरल हुआ जिसमें की सीएमएचओ का पद जिले के पैथोलॉजिस्ट डॉक्टर एनके जैन का होना बताया गया वही डॉक्टर आर पी पटेल को रीवा का उप संचालक स्वास्थ्य विभाग रीवा के लिए बताया गया इस पत्र के वायरल होने के बाद जिले में चर्चा का बाजार गरम हुआ ।
पैथोलॉजिस्ट ने सीएमएचओ का पदभार किया ग्रहण
संबंधित पत्र के वायरल होने के बाद ही अगले दिन सिंगरौली जिले में बतौर पैथोलॉजिस्ट के पद पर तैनात डॉक्टर एनके जैन ने सीएमएचओ का पदभार ग्रहण कर लिया जबकि सीएमएचओ डॉ आर पी पटेल जिले में मौजूद थे एवं टीएल बैठक में गए हुए थे एवं इसके संबंध में बकायदा रिलीविंग लेटर तक जारी कर दिया गया और यह सारा सबकुछ बकायदा 2 दिनों तक जारी रहा इस बीच जिले में दो-दो सीएमएचओ उपस्थित रहे ।
पैथोलॉजिस्ट के अभाव में जांच रहा प्रभावित
वही जिले में दो-दो सीएमएचओ के उपस्थित रहते हुए भी कोरोना संबंधित जांच 2 दिनों तक लगातार प्रभावित रही पैथोलॉजिस्ट से सीएमएचओ बने डॉक्टर एनके जैन के द्वारा सीएमएचओ का पदभार ग्रहण तो कर लिया गया वही पैथोलॉजिस्ट का प्रभार किसी को सौंपा नहीं गया संबंधित प्रकरण में अधिकारी के अभाव में जिले की कोरोना संबंधित जांच लगातार दो दिनों तक प्रभावित रही ।