तीन नगरपालिकाओं में दोहराया गया भ्रष्टाचार का पैटर्न!धनपुरी में फिर विवादों में सीएमओ पूजा बुनकर, ईओडब्ल्यू जांच की उठी मांग

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शहडोल। राज्य नगरीय सेवा की अधिकारी पूजा बुनकर पर लगातार तीसरी बार भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों ने विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सिवनी और करेली नगरपालिकाओं में भ्रष्टाचार के मामले सिद्ध होने के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई, और अब धनपुरी नगर पालिका में भी उन्हीं जैसी अनियमितताओं के संकेत सामने आए हैं। कर्मचारियों को पहले वर्दी बांट दी गई, बाद में उसी की 8.72 लाख रुपये की निविदा जारी कर औपचारिकता निभाई गई।
सिवनी से शुरू हुआ भ्रष्टाचार का सिलसिला
सिवनी नगर पालिका में 2 जून 2022 से 1 मार्च 2023 तक सीएमओ रहते हुए पूजा बुनकर पर हाईमास्क व एलईडी लाइट खरीदी, फिनोलिक पाउडर सप्लाई और भुगतान में गड़बड़ियों के आरोप साबित हुए।
जांच में यह पाया गया कि खरीदी में मनमानी से नगर पालिका को करीब 7.16 लाख रुपये का नुकसान पहुंचा। बावजूद इसके, कार्रवाई की फाइल मंत्रालय की अलमारी में ही बंद रह गई। यह पहली घटना थी जिसने विभाग की निष्क्रियता को उजागर कर दिया।
करेली में फिर दोहराया गया वही खेल
अप्रैल से अक्टूबर 2023 के बीच करेली नगर पालिका में पदस्थ रहते हुए पूजा बुनकर ने खरीदी नियमों को फिर ठेंगा दिखाया। जांच रिपोर्ट में पाया गया कि 37 बार एक लाख की सीमा से अधिक भुगतान किए गए, कई बार बिना स्वीकृति के 20 हजार से ऊपर राशि दी गई। साथ ही, 15 टेबल बिना निविदा प्रक्रिया के खरीदे गए, जिससे लगभग 2.28 लाख रुपये का अतिरिक्त व्यय हुआ।इन आरोपों की पुष्टि के बाद 9 अक्टूबर 2024 को विभाग ने आरोप पत्र जारी किया, पर कार्रवाई आज तक नहीं हुई।
धनपुरी में तीसरा अध्याय  पहले वर्दी, बाद में निविदा!
अब धनपुरी नगर पालिका में भी वही कहानी दोहराई जा रही है। यहां कर्मचारियों को वर्दी पहले ही बांट दी गई, जबकि बाद में उसी की 8.72 लाख रुपये की निविदा 10 अक्टूबर को जारी की गई। स्थानीय लोगों ने सवाल उठाया कि जब वर्दियां पहले ही दी जा चुकी थीं, तो निविदा प्रक्रिया बाद में क्यों?
लोकायुक्त छापे से बढ़ा विवाद
हाल ही में लोकायुक्त रीवा की टीम ने धनपुरी नगर पालिका में 3000 रुपये की रिश्वत लेते एक कर्मचारी को रंगेहाथ पकड़ा। इस प्रकरण से जुड़ा एक ऑडियो वायरल हुआ है, जिसमें ‘मैडम’ शब्द के उल्लेख से सीएमओ पूजा बुनकर का नाम फिर सुर्खियों में है।हालांकि ऑडियो में ‘मैडम’ से आशय उन्हीं से है या किसी अन्य से, यह स्पष्ट नहीं, पर इससे नगर पालिका की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्न उठे हैं।
ईओडब्ल्यू जांच की मांग तेज
पूजा बुनकर पर सिवनी और करेली दोनों स्थानों पर आरोप सिद्ध होने के बावजूद कार्रवाई न होना, और अब धनपुरी में वही पैटर्न दोहराया जाना, पूरे नगरीय प्रशासन की साख पर प्रश्नचिन्ह है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो  से मांग की है कि वह इन तीनों नगरपालिकाओं के मामलों की संयुक्त जांच करे।

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