पैपर प्रशासन की दबिश थोलॉजी

तीन हुई सील, दो को मिली नोटिस
शहडोल। सोमवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेघ सिंह सागर के निर्देशन में तीन सदस्यीय टीम ने मुख्यालय में संचालित 5 पैथोलॉजी व एक्स-रे सेंटरों पर छापामार कार्यवाही की। जिसमें से 3 पैथोलॉजियों के अवैध संचालन होने के कारण उन्हें सील कर दिया गया, वहीं दो पैथोलॉजी को नोटिस देकर जवाब मांगे गये हैं, छापामार कार्यवाही से यह भी खुलासा हुआ कि जिले के दिगर कस्बों व गांवों की बात तो दूर, मुख्यालय में ही चिकित्सकों ने पैथोलॉजी सेंटरों को भाड़े पर अपनी डिग्रियां दी हुई है और खुद अपनी दुकान कहीं और संचालित कर रहे हैं, किसी भी पैथोलॉजी में दर्शाए गये चिकित्सक टीम को नहीं मिले।
झूला पुल और गायत्री मंदिर के आस-पास संचालित पैथोलॉजी और एक्स-रे सेंटरों पर कार्यवाही की गई, जिन पैथोलॉजी को सील किया गया, उसमें जयकार पटेल की जेआर पैथोलॉजी एवं एक्स-रे, विजय वर्मा की श्री कृष्णा डिजिटल एक्स-रे, आकाश की गायत्री पैथोलॉजी शामिल है, वहीं गौतम पैथोलॉजी और ओम पैथोलॉजी पर जांच की गई, लेकिन उन्हें नोटिस दिया गया। संभवत: जवाब मिलने और उससे संतुष्ट न होने पर इन्हें भी सील किया जा सकता है।
गौतम पैथोलॉजी और ओम पैथोलॉजी की जांच के दौरान यह बात सामने आई कि प्रदीप तिवारी नामक चिकित्सक का रजिस्ट्रेशन उक्त पैथोलॉजी के द्वारा लगाया गया है, यह बात भी चर्चा में रही कि प्रदीप तिवारी ओम पैथोलॉजी के अलावा चरक सिटी सेंटर अपने प्रमाण पत्र व सेवाएं दे रहे हैं, यही नहीं अनूपपुर में भी प्रदीप तिवारी का सोनोग्राफी सेंटर आदि संचालित है, हालाकि यह जांच का विषय है, दूसरी तरफ गौतम पैथोलॉजी में जांच के दौरान वरिष्ठ महिला चिकित्सक श्रीमती थारवानी वहां पहुंची और उन्होंने बताया कि वे तीन महीनें में यहां एक बार आती है, सोचनीय पहलू यह है कि हर दिन दर्जनों जांच रिपोर्ट में उनके हस्ताक्षर कैसे होते हैं, जब वे तीन महीने में एक बार आती हैं, यहीं नहीं श्रीमती थारवानी का पास में ही खुद का क्लीनिक भी है।