27 बार रक्तदान करने के बावजूद इस पुण्य कार्य से मन दु:खी हो गया

शहडोल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के वर्तमान सचिव, युवा नेता एवं ओजस्वी वक्ता रविन्द तिवारी ने बताया कि 27 बार स्वयं रक्तदान कर चुके हैं और राजीव गांधी जी की जयंती पर एक बार में ही 84 यूनिट रक्तदान करवाने के बावजूद, जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक के स्टॉफ के रूखे व्यवहार की वजह से उनका मन दु:खी हो गया, जिसके कारण वे वर्षाे से इस पुण्य कार्य को नहीं कर रहे हैं। श्री तिवारी का कहना है कि कोई भी व्यक्ति दूसरों का जीवन बचाने के लिए रक्तदान करता है और जब उसे रक्त की आवश्यकता अपने, अपने परिवार या अपने किसी मित्र के लिए पड़ती है, तब ब्लड बैंक के अधिकारी व कर्मचारी वह सम्मान नहीं देते जो एक सम्मानित रक्तदाता को मिलना चाहिए। ऐसी स्थिति में किसी का भी मन दु:खी हो सकता है।
छात्र राजनीति से सक्रिय हुए
16 मार्च 1967 को शहडोल नगर में जन्में एवं स्नातक तक की शिक्षा प्राप्त करने वाले रविन्द तिवारी ने वर्ष 1986 में छात्र संघ चुनाव से सक्रिय हुए हैं, जिन्होंने पहली बार छात्र संघ चुनाव में सहसचिव का चुनाव लड़ा और निर्वाचित हुए। वर्ष 1990 में भारतीय छात्र संगठन के जिलाध्यक्ष नियुक्त हुए और लगातार 6 वर्षाे तक एक सफल अध्यक्ष के रूप में काम करते रहे। एनएसयूआई में वे प्रदेश संगठन मंत्री भी बने। वर्ष 1997 से वर्ष 2003 तक युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे। सिंतबंर 2018 से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव है।
सर्वाधिक वोटों से चुनाव जीतें
रविन्द्र तिवारी जिला सरकार के निर्वाचित सदस्य चुने गए थे, इसके बाद नगर पालिका परिषद शहडोल में वर्ष 2000 में पहली बार पार्षद निर्वाचित हुए, और वर्ष 2005 में दोबारा सर्वाधिक वोटो से पार्षद चुने गए। वर्ष 2017 में नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद के लिए अपनी धर्मपत्नी श्रीमती वसुधा तिवारी को निर्दलीय चुनाव मैदान में उतारा और निर्वाचन में 14528 मत प्राप्त कर जीत से मात्र 1504 वोटो से पीछे रह गए। यह चुनाव ऐतहासिक चुनाव माना जाता है, जिसमें एक निर्दलीय प्रत्यासी को कभी भी इतने वोट नही मिले। श्री तिवारी संपूर्ण जीवन खेल से भी जुड़ा रहा।