पूरे जिले में तालाबंदी होने के साथ ही सड़को पर पुलिस का कड़ा पहरा होने कें बावजूद बाकल में दिनदहाड़े हों रही शराब की कालाबाजारी

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पूरे जिले में तालाबंदी होने के साथ ही सड़को पर पुलिस का कड़ा पहरा होने कें बावजूद बाकल में दिनदहाड़े हों रही शराब की कालाबाजारी
बाकल थाना छेत्र से 1 किलोमीटर दूर विधुत विभाग के ऑफिस के आगे बिक रही शराब

कटनी ॥ कोरोना महामारी से एक ओर जहां सारा जिला हलाकान है, वही बाकल थाना से 1 किलोमीटर दूर विधुत विभाग के ऑफिस के आगे एक दुकान संचालक आपदा के इस दौर मे अवसर तलाशने में भी नही चूक रहे है जिसमे अवैध शराब की बिक्री दिन रात की जा रही है! दरअसल पूरा मामला बाकल थाना छेत्र का है ! जिले में 9 अप्रैल से लगे कम्पलीट लाॅक डाउन के साथ ही बार और शराब दुकानों को जिला प्रशासन ने सील करवा दिया है। लेकिन बाकल थाना छेत्र से 1 किलोमीटर दूर विधुत विभाग के ऑफिस के आगे एक दुकान में काफी मात्रा मेें शराब का अवैध तरीके से भंडारण कर लॉक डाउन का फायदा उठाकर अवैध तरीके से दुगने और तीगुने दाम में खुलेआम शराब की बिक्री की जा रही है। बाकल थाना समीप होने के बाद भी उन्हीं के नाक के नीचे इस शराब के अवैध कारोबार कों संचालित किया जा रहा है ! जब अवेध शराब बेचने वाले संचालक से पुलिस के आने के संबंध में जानकारी पूछी गयी तो उसने सिर हिलाकर पुलिस के नही आने का ईशारा कर दिया। साफ है कि पूरे जिले में तालाबंदी होने के साथ ही सड़को पर पुलिस का कड़ा पहरा है। बावजूद इसके जिस तरह से दिनदहाड़े शराब की कालाबाजारी की जा रही है, इससे कही ना कही बाकल पुलिस की कार्य प्रणाली सवालों के घेरे में है। शराब का अवैध व्यापार करने वाले नें जानकारी में बताया की महात्मा गांधी की कृपा सें कई वर्षों से यहां पर शराब का कारोबार कर रहा हूं, अवैध शराब बेचने वाले व्यक्ति ने बताया कि बाकल शराब दुकान से रोजाना जितनी शराब चाहिए होती है उतनी शराब उन्हें उपलब्ध हो जाती है दुकान ही पर और उन्होंने बताया कि में कई वर्षों से यहां पर शराब का कारोबार कर रहा हूं वही बात की जाए यदि पुलिस प्रशासन की तो उनके हाथ इतने लंबे है कि वहां तक पहुंच ही नहीं सकते ! खैर कोरोना महामारी के इस दौर में जहां लोग बीमारी से बचने की जुगत लगा रहे है, वही इस आपदा को अवसर में बदलकर कुछ अवैध शराब बेचने वाले व्यक्ति शराब की कालाबाज़ारी कर अपनी जेब भरने में लगे हुए है, जिसकी हकीकत बाकल पुलिस की कार्यप्रणाली बयां कर रही है। ऐेसे में देखने वाली बात होगी कि जिले में जब कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिए जिला प्रशासन ने जहां पूरे जिले में कम्पलीट लाॅक डाउन लगा दिया है, वही ऐसे वक्त में लाॅक डाउन की धज्जियां उड़ाकर शराब की कालाबाजारी करने और इस अवैध कारोबार को संरक्षण देने वालों के खिलाफ पुलिस और प्रशासन क्या कार्रवाई करती है, ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।

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