आबकारी एक्ट से लडख़ड़ाया देवलोंद प्रभारी का प्रभार

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ठेकेदार ने डेढ़ पेटी तो, पुलिस ने बताये 28 पाव जब्त

20 दिनों से मौखिक प्रभार पर चल रहा था पटवारी हत्याकाण्ड का थाना

शहडोल। शराब के वैध और अवैध कारोबार पर नियंत्रण व निरीक्षण करने के लिए तैनात आबकारी विभाग और ब्यौहारी क्षेत्र देख रहे निरीक्षक जहां देवलोंद क्षेत्र में शराब के अवैध कारोबार का खण्डन कर रहे हैं, वहीं देवलोंद पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर शुक्रवार को अवैध शराब के खिलाफ कार्यवाही कर दी, हालाकि सूचना और पकड़े जाने तक यह कार्यवाही बड़ी थी, लेकिन जब मामला रोजनामचे तक पहुंचा तो, पूरी कार्यवाही 28 पाव प्लेन शराब में तब्दील हो गई, हालाकि पूरा मामला क्या है, इसको लेकर खुद देवलोंद थाने की कमान देख रहे बिजेन्द्र मिश्रा और एसडीओपी रवि कोल कुछ भी कहने से बचते रहे।

20 दिनों का मौखिक प्रभार!

जिले के अंतिम छोर पर स्थित देवलोंद थाने में बीते माह तक पदस्थ रहे राज कुमार मिश्रा को लाईन अटैच किया गया था, इसी दौरान 10 से 11 जनवरी के आस-पास बिजेन्द्र मिश्रा को ब्यौहारी थाने का मौखिक प्रभार देकर पटवारी हत्याकाण्ड की जांच सौंपी गई थी, पदस्थापना के इन 20 दिनों के अंतराल में बिजेन्द्र मिश्रा ने पटवारी हत्याकाण्ड के फरार दो आरोपियों को गिरफ्तार किया और अवैध खनन के खिलाफ भी कई कार्यवाहियां की, राज कुमार मिश्रा और बिजेन्द्र मिश्रा के बीच हरिराम सिंह एक ऐसे पुलिस अधिकारी थे, जिन्हें इन दोनों के बीच का थाना प्रभारी कहा जा सकता है, शुक्रवार की शाम को यह जानकारी सामने आई कि पटवारी हत्याकाण्ड का मामला लगभग साफ हो जाने के बाद बिजेन्द्र मिश्रा की रवानगी, कोतवाली के लिए हो चुकी है, हालाकि इस दौरान हरिराम सिंह की भी थाने में आमद दर्ज नहीं बताई गई।

तो 28 पाव से भी कम था वजन

शुक्रवार की दोपहर आबकारी ठेकेदार राकेश सिंह की अवैध शराब विक्रय की खबर सामने आई, सूत्र बताते हैं कि बिजेन्द्र मिश्रा ने मुखबिर से सूचना मिलने के बाद लगभग डेढ़ पेटी शराब पकड़ी, इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी ने फोन खनखनाना शुरू कर दिया, 5 बजे के आस-पास कार्यवाही बताई गई और यह मामला खुद में इस तरह अनसुलझी पहेली बना की, डेढ़ पेटी 28 पाव में तब्दील हो गई, देवलोंद थाने में पदस्थ दयाराम दुबे ने 180 ग्राम के देशी प्लेन मदिरा के 28 पाव की कार्यवाही संजय जायसवाल पिता शिवचरण जायसवाल उम्र 23 वर्ष निवासी सतखुरी वार्ड नंबर 05 को आरोपी बनाते हुए आबकारी एक्ट की कार्यवाही की गई।

असमंजस में वर्दीधारी

दशकों से अवैध रेत खनन-परिवहन के लिए पहचान बना चुका देवलोंद थाना क्षेत्र इस बार छोटी सी शराब की कार्यवाही के कारण चर्चाओं मे आ गया, शुक्रवार को जब इस मामले में मौखिक थाना प्रभारी से चर्चा की गई तो, वे भी कुछ कहने से बचते रहे, वहीं मैहर, सतना, रीवा व सीधी जैसे चार महत्वपूर्ण जिलों के सीमावर्ती थाने में तैनात वर्दीधारियों का आत्मविश्वास शराब की कार्यवाही और उसके बाद आ रही मौखिक आदेशों से डगमगाता नजर आया, यह बात भी सामने आई कि पटवारी हत्याकाण्ड के कारण सुर्खियों में आये इस महत्वपूर्ण थाने में शुक्रवार की शाम को सिर्फ 4 से 5 वर्दीधारी ही ऑन रिकार्ड बचे थे।
इनका कहना है…
इस संदर्भ में जानकारी नहीं है, थाने से जानकारी लेने के बाद ही इस संदर्भ में बताया जा सकता है।
रवि कोल
एसडीओपी
ब्यौहारी

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