तहसील कार्यालय के चारो ओर गंदगी
शहडोल। कलेक्टर द्वारा शहर में भले ही स्वच्छता सर्वेक्षण का अभियान चलाया जा रहा हो और जगह जगह साफ
सफाई कराई जा रही हो लेकिन कलेक्ट्रेट से ही लगे तहसील कार्यालय की हालत बदहाल है। कार्यालय के चारो ओर
अव्यवस्था व गंदगी का आलम है। लेकिन यहां सफाई का अभियान नहीं चलाया जा रहा है। यहां सफाई कर्मियों के
नहीं आने से पहले ही कचरे का अम्बार लगा हुआ है। फिर बेमौसम की बरसात नेे यहां गंदगी व कीचड़ पानी का और
भी फैलाव कर दिया है। इस कार्यालय में जहां कि रोजाना सैकड़ो लोग आते जाते हैं वहां की हालत खस्ता है। यहां पानी
के निकासी की सुचारू व्यवस्था नहीं होने से पानी भरा रहता है।
हाल ही में हुई मूसलाधार वर्षा ने तहसील कार्यालय परिसर में पानी का भराव कर दिया है। तहसील भवन के पीछे बने
आवासों के सामने काफी पानी का भराव है। जिसमेंं गंदगी तैरती नजर आती है, मच्छर मक्खियां पनप रहे हैं। यहां
लोगों का रह पानी कठिन है। आते जाते लोग इसी कीचड़ पानी से होकर आना जाना करते रहते हैं। ज्ञातव्य है कि यहां
नगरपालिका का सफाई कार्यक्रम नहीं चलता है। दूसरी बात यह भी है कि तहसील परिसर में समतलीकरण का काम
भी नहीं कराया जाता है। एक बार भूमि को समतल कराकर उसमें जल निकासी की व्यवस्था करा दिए जाने से
समस्या का समाधान हो सकता है। लेकिन वर्षों से इतना भी नहीं हो पा रहा है।
तहसील परिसर में भवन के आगे व पीछे कचरे का अम्बार दिखाई पड़ता है। अगर यहां समय से रोज सफाई कर्मी
पहुंचे तो कचरा हटता रहेगा, लेकिन यहां सफाई कर्मियों के नहीं आने से चारो ओर कागजों के टुकड़े, डिस्पोजल, जूठन
आदि पड़े रहते हैं। वर्षा के समय यही गंदगी और व्यापक रूप ले लेती है और दुर्गंध छोडऩे लगती है। ज्ञातव्य है कि पूर्व
में यहां नियमित साफ सफाई कराए जाने का निर्णय लिया गया था लेकिन उस पर अमल नहीं हुआ। कीचड़ के कारण
वाहन फिसलते हैं और लोगों के चोटिल होने का भय बना रहता है।
तहसील कार्यालय के सामने यद्यपि वाहनों के पार्किंग के लिए व्यवस्था है और एक कर्मचारी तैनात भी है लेकिन
इसके बावजूद लोग मनमानी ढंग से वाहन खड़ा कर देते हैं। जिससे भीड़ बढ़ती है रास्ता जाम होता है और आने जाने
में असुविधा होती है। वाहनों की व्यवस्था के लिए तहसील में कड़े नियम नहीं हैं। इसलिए लोग इधर उधर वाहन खड़ा
कर भीड़ बढ़ाते हैं। आलम यह है कि कभी कभी तो तहसीलदार के वाहन को भी निकलने की जगह नहीं मिलती। एक
तो वाहनों की भीड़ लगी रहती है और फिर यदाकदा आवारा पशु भी रास्ते में खड़े हो जाते हैं। जब लोग उन्हे हांकते हैं
तब वाहन आगे बढ़ पाता है।