मेडिकल कॉलेज में टीवी सेंटर की स्थापना पर हुई चर्चा

कोर कमेटी की बैठक का हुआ आयोजन
शहडोल। जिले के अंतर्गत राष्ट्रीय उन्मूलन कार्यक्रम में बेहतर जांच सुविधाओं एवं नवीन उपचार पद्धति के साथ साधारण टीवी और एमडीआर टीबी का इलाज किया जा रहा है टीवी मरीजों की खोज हेतु जिले में 15 डिजिटनेटेड माइक्रोस्कॉपी सेंटर स्थापित हैं, इनमें से 06 डीएमसी में लैब टेक्नीशियन पूर्व में नहीं थे लेकिन 04 डीएमसी में लैब टेक्नीशियन पदस्थ कर दिए गए हैं अत: अब लगभग समस्त डीएमसी लैब क्रियाशील होकर 2021 में कार्य करना प्रारंभ कर दिए है। साथ ही राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के सहयोग से शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में एक डीएमसी लैब स्थापित की गई है जिसमें मेडिकल कॉलेज में आने वाले संभावित 6 रोगियों की जांच वहीं पर की जा सकेगी जिला क्षय अधिकारी डॉक्टर राजेश मिश्रा ने बताया कि शहडोल जिले के अंतर्गत वर्ष 2019 में 2063 मरीज खोजे गए जो प्राप्त लक्ष्य का 86 प्रतिशत थे, इनमें से 2030 मरीजों ने सफलतापूर्वक उपचार पूर्ण किया डॉ मिश्रा ने बताया है कि वर्ष 2020 में करोना काल के दौरान भी 1926 टीवी मरीजों की खोज की गई टीवी अधिकतम मरीजों की संख्या गरीब वर्ष ही होती है और टीवी मरीजों को उपचार के दौरान प्रोटीन युक्त संतुलित आहार की आवश्यकता होती है, जिस हेतु शासन द्वारा मरीज को उपचार के दौरान प्रति माह 500 प्रदाय किए जाते हैं यह पैसा सीधे मरीज के खाते में जाता है पोषण योजना के अंतर्गत वर्ष 2019 एवं 2020 में कुल 7696000 रुपए मरीज के खाते में प्रदाय किए गए हैं इसी तरह शहडोल जिले एक ट्राइबल जिला होने के कारण मरीजों का उपचार के दौरान जांच हेतु आने जाने हेतु 750 एक बार प्रदाय किया जाता है टीवी की जांच हेतु जिला चिकित्सालय लैब टुनाट मशीन भी प्रारंभ कर दी गई ,जिसमें मरीज को टीवी और एमडीआर टीवी का पता लगाया जा सकता है राजेश मिश्रा ने बताया कि 25 फरवरी को डब्ल्यूएचओ स्टेट कंसलटेंट की उपस्थिति में डीन मेडिकल कॉलेज जिला अधिकारी डॉक्टर राजेश मिश्रा की उपस्थिति एवं मेडिकल कॉलेज के समस्त विभाग अध्यक्षों की उपस्थिति में कोर कमेटी की बैठक आयोजित की, जिसमें भविष्य में मेडिकल कॉलेज में टीवी सेंटर की स्थापना पर चर्चा की गई, जिसमें जिले के टीवी मरीजों को इलाज एवं जांच की संपूर्ण सुविधाएं जिला मुख्यालय से प्राप्त हो सकेगी।