जिला चिकित्सालय अब पूरी तरह से असुरक्षित,भर्ती मरीज का मोबाइल चोरी, अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे,पहले भी होती रही है वारदात

जिला चिकित्सालय अब पूरी तरह से असुरक्षित,भर्ती मरीज का मोबाइल चोरी, अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे,पहले भी होती रही है वारदात
कटनी।। जिला अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे में है। यहां मरीजों के सामान की चोरी थमने का नाम नहीं ले रही है। आरथो वार्ड के A108 के बेड नंबर 3 में घुसकर चोर बीमार का मोबाइल लेकर भाग गए। वारदात सीसीटीवी में भी कैद हो चुकी हैं पर अस्पताल प्रबंधन सीसीटीवी फुटेज नहीं दिखा रहा हैं। पीड़िता ने पुलिस को आवेदन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध मे प्राप्त जानकारी के अनुसार अरमान बर्मन पिता आशीष बर्मन निवासी देवराखुर्द बड़ागांव रीठी कंधे के दर्द से कराहते हुए इलाज के लिए पाँच मई से जिला अस्पताल मे भर्ती हैं जहाँ पर इसका ऑप्रेशन हुआ हैं। इलाज के दौरान उसने बेड पर अपना मोबाइल रख दिया था और जब वह उठा तो मोबाइल ही गायब थे जबकि कहने को तो अस्पताल में सुरक्षा गार्ड भी है, लेकिन बेखौफ वार्ड में टहलते हुए बदमाश बीमार लोगों को भी नहीं छोड़ रहे है। मोबाइल, नकदी और पर्स चुराकर भाग जाते है। इस तरह की घटनाएं अस्पताल में लगातार बढ़ रही है, काफी खोजबीन के बाद भी सामान का पता नहीं चल सका। पीड़िता कराहते हुए कोतवाली पंहुचा और पुलिस को आवेदन सौंपा। पुलिस टीम ने अस्पताल पहुंचकर चोर का पता लगाने की कोशिश की लेकिन कामयाबी नहीं मिली। वही पीड़ित का आरोप है कि वहां ड्यूटी कर रहे एक सुरक्षा गार्ड और ड्यूटी पर तैनात चिकित्साकर्मियों ने उलटे उसे ही डांट दिया कि अपना सामान संभालकर क्यों नहीं रखा। पीड़ित का कहना था कि मोबाइल 20 हजार रुपए कीमत का था, उसके मोबाइल एप में उसके कीमती डॉक्यूमेंट्स भी थे वह सब उस मोबाइल के साथ ही चले गए। पीड़ित अरमान से सांत्वना के दो बोल तो दूर की बात है जिला चिकित्सालय में कोई सीधे मुंह बात तक नहीं कर रहा था।
पहले भी होती रही है वारदात
पूर्व में भी अस्पताल से कई मरीजों और तीमारदारों के मोबाइल सहित अन्य सामान चोरी होने की घटनाएं सामने आती रही हैं। वही जब अस्पताल प्रबंधन से जानकारी लेनी चाही गईं तों उनका सिर्फ एक रटा राट्या जबाब की अस्पताल से मरीज का सामान चोरी होने की घटना निराशाजनक है। अस्पताल प्रबंधन अपने स्तर से भी जांच कर रहा है। अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था बेहतर बनाने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इससे साफ जाहिर हैं कि जिला चिकित्सालय अब पूरी तरह से असुरक्षित हो गया है. यहां अब हर रोज कोई न कोई चोरी की वारदात लगातार घटित हो रही है.