भाई की कलाई पर गलती से भी न बांधे ऐसी राखी

भोपाल। कोरोना काल में रक्षा बंधन आया है और ऐसे में कई भाई अपनी बहनों और कई बहनें अपने भाईयों से दूर हैं। दुनिया में फैली इस महामारी ने त्योहारो के रंग फीके कर दिए हैं। हालांकि इसके बावजूद वो लोग राखी के इस पवित्र त्योहार को बड़ी धूम से मनाने वाले हैं जो अपने भाई या बहन के साथ हैं, श्रावण मास की पूर्णिमा पर रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाने वाला है, बहनें अपने भाईयों के लिए राखी खरीदकर ला रही हैं, वहीं भाई अपनी बहन तो देने के लिए तोहफे खरीद रहे हैं।
राखी शुभ या अशुभ
वैसे तो रक्षा बंधन के दिन भाई की कलाई पर रेशम का धागा ही सुहाता है, लेकिन हर बहन अपने भाई के लिए बड़े प्यार से राखी चुनती है ताकि उसके भाई की कलाई सबसे सुंदर नजर आए, लेकिन इस राखी खरीदते और बांधते वक्त इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि यह आपके भाई के लिए शुभ साबित हो अशुभ नहीं।
इस चीज का रखें ख्याल
बहनों को ध्यान रखना चाहिए कि आपकी राखी से आपके भाई का मंगल हों, शास्त्रों के अनुसार राखी बांधते वक्त इस बात का खास ख्याल रखें कि वो टूटी या खंडित ना हुई हो, ऐसी राखी अशुभ मानी जाती है। टूटी हुई राखी को जोड़कर या ठीक करके भी नहीं बांधना चाहिए। कभी भी बाई की कलाई पर काले रंग के धागे या मोतियों वाली राखी नहीं बांधनी चाहिए। राखी खरीदते वक्त इस बात का खास ख्याल रखें कि उसमें कोई अशुभ निशान या आकृति ना बनी हो। ऐसी राखी कतई ना बांधे जिनमें कोई धारदार हथियार बना हो। भगवानों की तस्वीर वाली राखियां भी ना बांधे, लोहे के उपयोग वाली राखियां लेने से भी बचें।
इस पर दें ध्यान
हर बहन चाहती है कि उसके भाई के यश, और मान सम्मान में बढ़ोतरी हो। ऐसे में रेशम के धागे से बनी राखी सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है। ज्योतिर्विदों का कहना है कि इससे भाई के यश में वृद्धि होती है।