कहीं बेघर न हो जायें बुढ़ार के दर्जनों कारोबारी

शहडोल। धारणाधिकार के तहत पट्टा की मांग एवं हल्का पटवारी बुढ़ार द्वारा फर्जी प्रतिवेदन के आधार पर
अतिक्रमण की कार्यवाही अपास्त किए जाने की मांग लेकर बुढार नगर के कुछ व्यापारी कलेक्टर से शिकायत करने
पहुंचे। जिसमें 23 व्यापारियों के नाम शामिल हैं। शिकायत में फुटकर व्यापारियों ने बताया कि नगरी क्षेत्र के छिरहा
तालाब के समीप स्थित भूमि में वह सभी पुश्तैनी रूप से करीब 40 वर्षों से अपनी दुकान लगाकर व्यवसाय कर रहे हैं।
उक्त व्यवसायिक स्थल को पूर्व में कई वर्षों तक संजय गांधी मार्केट के नाम से भी जाना जाता रहा है। जिसका
नामकरण तत्कालीन नगर पालिका बुढार, जो वर्तमान में नगर पंचायत हो गई है ने किया था।
व्यापारियों ने बताया कि मध्यप्रदेश शासन राजस्व विभाग मंत्रालय वल्लभ भवन भोपाल के पत्र क्रमांक एफ.6-
75/2019/सात/शा.3 24 सितंबर 2020 के तहत हमें अपने उक्त व्यवसाय स्थल में धारणाधिकार प्राप्त हो चुका है
और उक्त पत्र के परिपेक्ष में हम पट्टा प्राप्त करने के पात्र एवं हकदार हैं। जिसके लिए हमने कलेक्टर को आवेदन भी
प्रस्तुत किया है, जो अभी विचाराधीन है।
उन्होंने अपने शिकायत पत्र में बताया कि, हल्का पटवारी बुढार ने इस तथ्य को छुपाते हुए कि, हम सभी व्यापारी
विगत 40 वर्षों से पुश्तैनी रूप से निरंतर उक्त स्थल पर दुकान निर्माण कर व्यापार करते चले आ रहे हैं। झूठे एवं
मनगढंत तथ्यों पर आधारित प्रतिवेदन तैयार करके उन्होंने हमारे विरुद्ध तहसीलदार के समक्ष अतिक्रमण की
कार्रवाई कर रखी है।
पटवारी के तैयार प्रतिवेदन पूर्णत: गलत, मनगढ़ंत, आधारहीन एवं आडंबर से आच्छादित है। इसकी पुष्टि भी जांच
के माध्यम से की जा सकती है। ऐसी स्थिति में व्यापारियों ने कलेक्टर से निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए, प्राप्त
धारणाधिकार के आधीन अपने-अपने व्यवसायिक स्थल के संबंध में पट्टे की मांग की है। साथ ही मामले की
समुचित निराकरण तक अतिक्रमण संबंधित कार्यवाही भी रोके जाने की मांग रखी है।