डॉ. अर्जुन ने रचा इतिहास, बनाया इस वर्ष का दूसरा वर्ल्ड रिकॉर्ड

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हार्वर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड लंदन में दर्ज हुआ नाम, सर्वश्रेष्ठ सम्मान भारत भूषण से होंगे विभूषित

शहडोल । नर्मदा शोध व विभिन्न प्रसंगों पर छः वर्षो से कार्य कर रहे चार रत्न से सम्मानित, युवा शोधार्थी डॉ. अर्जुन शुक्ला ने आज दूसरा वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर आज सम्पूर्ण विन्ध्य को पुनः गौरवान्वित कर दिए । 19  जुलाई को दस्तावेज के सत्यापन पश्चात हार्वर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड लंदन में डॉ. अर्जुन ने अपने नाम का परचम लहरा दिए है । हार्वर्ड टीम लंदन एवं दुबई की जानकारी के अनुसार डॉ. अर्जुन मध्य प्रदेश के पहले शख़्सियत है जिनका नाम हार्वर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है । शासकीय विज्ञान महाविद्यालय जबलपुर के गोल्ड मेडलिस्ट छात्र एवं शोधार्थी व शासकीय मो. ह. गृह विज्ञान महाविद्यालय के प्राणीशास्त्र विभाग में 07 वर्षो से शिक्षण सेवाएं दे रहे डॉ. अर्जुन सबसे कम उम्र के ऐसे शोधकर्ता है जिन्हें वैज्ञानिक अनुसंधान जागरूकता के लिए सबसे अधिक संस्थानों और संगठनों से सम्मानित व संबद्ध किया गया है जिस हेतु आज इनका नाम हार्वर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ । वर्ष 2021 में दूसरा वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले डॉ. अर्जुन पिछले 07 वर्षो में देश-विदेश की 105 राष्ट्रीय- अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों से सम्मानित एवं शैक्षणिक शोध हेतु संबद्ध हो चुके है, जिसमे 23 अंतर्राष्ट्रीय व 82 राष्ट्रीय संस्थान शामिल हैं । साथ ही डॉ. अर्जुन को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय नई दिल्ली, द ग्लोबल ह्यूमन राइट्स फाउंडेशन व नीति आयोग द्वारा आयोजित भारत के सबसे बड़े पुरस्कार समारोह में भारत भूषण सम्मान से विभूषित किया जायेगा l

डॉ. अर्जुन वन विभाग में सेवारत पिता नर्मदा प्रसाद शुक्ला व मनोरमा के सुपुत्र है । डॉ. अर्जुन ने बताया कि उन्हें शोध कार्य की प्रेरणा भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता एवं श्री राम फाइनेंस कंपनी में सेवारत अपने बड़े भाई कृष्ण गोपाल एवं ब्योहारी से पहली बार 12वीं में टॉप 10 में अपनी जगह बनाकर विन्ध्य गौरवान्वित करने वाले छोटे भाई मोहित के अटूट मेहनत को देखकर मिली ।  साथ ही शासकीय ओ.ऍफ़.के महाविद्यालय की प्राध्यापिका डॉ. रीता भंडारी का निर्देशन एवं मार्गदर्शन डॉ. अर्जुन पर हमेशा रहा । डॉ. अर्जुन सर्वाधिक सम्मान पाने वाले विश्व के पहले रिसर्चर है जो 68 अवार्ड का इंडिया, एशिया व वर्ल्ड बुक में नाम दर्ज करवा चुके है व जिन्हें इंडियन टेलीविज़न व बॉलीवुड द्वारा सम्मानित किया जा चुका है, साथ ही  विश्व प्रसिद्द ब्रांड – जेड मैगज़ीन ने डॉ. अर्जुन की कामयाबी को प्रकाशित भी किया है । डॉ. अर्जुन कहते है कि अगर आप असफलता से निराश हो चुके हैं और ऐसा सोच रहे हैं कि सबकुछ यहीं खत्म हो गया तो सफल व्यक्तियों के जीवन से सीख ले सकते हैं, आपको पता चलेगा कि आप जिन सफल व्यक्तियों की तरह सफल होना चाहते हैं उन्होंने अपने जीवन में कितनी असफलता देखी और उसके बाद सफल हुए । संघर्ष से पीछे मत भागिए क्योकि भविष्य में जब आपकी कथानक लिखी जाएगी तो और बेहतर होगी ।

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