नशे में नहीं, होश में चलाएं वाहन – बरही पुलिस की सख्त कार्रवाई से मिली समाज को बड़ी सीख ड्रिंक एंड ड्राइव के 6 मामलों में न्यायालय ने ठोका ₹60,000 का जुर्माना, बरही पुलिस का सड़क सुरक्षा की ओर मजबूत कदम

नशे में नहीं, होश में चलाएं वाहन – बरही पुलिस की सख्त कार्रवाई से मिली समाज को बड़ी सीख
ड्रिंक एंड ड्राइव के 6 मामलों में न्यायालय ने ठोका ₹60,000 का जुर्माना, बरही पुलिस का सड़क सुरक्षा की ओर मजबूत कदम
कटनी। जब समाज की बुनियाद जिम्मेदार नागरिकों पर टिकी हो, तब यातायात नियमों की अनदेखी केवल एक व्यक्ति की गलती नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए खतरे की घंटी बन जाती है। इसी सोच के साथ बरही पुलिस ने नशे में वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए एक ऐसा संदेश दिया है जो न केवल कानून का डर दिखाता है, बल्कि सामाजिक चेतना को भी जगाता है।
पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा के निर्देशन व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष डेहरिया के मार्गदर्शन में जिले में चल रहे सड़क सुरक्षा एवं अपराध नियंत्रण अभियान के अंतर्गत थाना बरही पुलिस ने विशेष वाहन चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान थाना प्रभारी शैलेन्द्र सिंह यादव व एसडीओपी विजयराघवगढ़ वीरेन्द्र धार्वे के नेतृत्व में थाना क्षेत्र के प्रमुख मार्गों पर ब्रीथ एनालाइज़र के माध्यम से कुल 25 वाहन चालकों की जांच की गई। इस जांच में 6 दोपहिया चालक शराब सेवन कर वाहन चलाते पाए गए, जिनके खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम की धारा 185 के तहत वैधानिक कार्रवाई की गई। सभी आरोपियों का चिकित्सकीय परीक्षण करवाकर प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां माननीय न्यायालय द्वारा 6 आरोपियों पर कुल ₹60,000 का जुर्माना लगाया गया।
ड्रिंक एंड ड्राइव में पकड़े गए वाहन चालक –
MP-21-ZB-3308,MP-21-ZF-4045
,MP-19-ZJ-1144,MP-54-MB-5282
,MP-54-MA-5363,MP-21-MR-9038
यह कार्रवाई केवल कानून का पालन नहीं, बल्कि समाज में सुरक्षा और जागरूकता का बीजारोपण है। बरही पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस तरह के चेकिंग अभियान लगातार जारी रहेंगे ताकि सड़कें सुरक्षित रहें और नागरिकों की जान को खतरे में डालने वालों पर सख्त अंकुश लगाया जा सके। थाना प्रभारी शैलेन्द्र सिंह यादव ने जनता से अपील की कि “नशा कर वाहन चलाना न केवल स्वयं के लिए, बल्कि राह चलते अनजान लोगों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है। सभी लोग नियमों का पालन करें और दूसरों के लिए उदाहरण बनें।”यह कार्रवाई सिर्फ सजा नहीं, बल्कि सुधार का अवसर है – ताकि हम एक जिम्मेदार और सुरक्षित समाज की दिशा में आगे बढ़ सकें।