वेल्सपन कम्पनी के द्वारा प्लांट स्थापित ना होने पर प्रभावित किसानों परिवारों को नौकरी एवं पुनर्वास का नही मिला लाभ 2000 मेगावाट थर्मल पावर प्लांट लगाने के नाम पर किसानों के साथ धोखा-किसानों का आरोप सौपा ज्ञापन
वेल्सपन कम्पनी के द्वारा प्लांट स्थापित ना होने पर प्रभावित किसानों परिवारों को नौकरी एवं पुनर्वास का नही मिला लाभ
2000 मेगावाट थर्मल पावर प्लांट लगाने के नाम पर किसानों के साथ धोखा-किसानों का आरोप सौपा ज्ञापन
कटनी ॥ म.प्र. के कटनी जिले के ग्राम डोकरिया बुजबुजा में स्थापित होने वाले 2000 मेगावाट थर्मल पावर प्लांट लगाने का सपना दिखाकर और गरीब किसानों कों प्रलोभन देकर कई एकड़ भूमि का क्रय एवं अधिग्रहण कराकर किसानों के साथ धोखा करते हुए उक्त भूमि को किसानों की बिना सहमति के ही चोरी छुपे गौतम अडानी को विक्रय कर दिए जाने का आरोप सैकड़ों किसानों ने मंगलवार कों कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर आयोजित जनसुनवाई मे पहुँचकर दिए गए ज्ञापन मे लगाए है । ज्ञापन में किसानों ने उल्लेख किया है कि राज्य सरकार की उद्योग नीति , औद्योगिक इकाई स्थापना के तहत वर्ष 2010 में ग्राम डोकरिया बुजबुजा में वेल्सपन कम्पनी के द्वारा 2000 मेगावाट का थर्मल पावर प्लांट लगाने के लिए राज्य सरकार से एमओयू का करार कर ग्राम डोकरिया एवं बुजबुजा के किसानों की बेसकीमती जमीनें क्रय कर और बहुतायत किसानों की भूमि अधिग्रहण करने के बावजूद भी वेल्सपन कम्पनी के द्वारा पावर प्लांट स्थापित नहीं किया गया । वेल्सपन प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी इन दोनों गांवों के बीच में पावर प्लांट स्थापित करने के मकसद से गरीब किसानों को प्रलोभन देकर 1400 एकड़ भूमि का क्रय एवं अधिग्रहण कराकर किसानों के साथ धोखा करते हुये उक्त भूमि को किसानों की बिना सहमति के ही चोरी छुपे गौतम अडानी को विक्रय कर दिया है । किसानों नें आरोप लगाया है कि वेल्सपन कम्पनी के द्वारा सरकार की नीतियों और किसानों की भूमि क्रय तथा अधिग्रहण की नीतियों के विरुद्ध जाकर और पावर प्लांट के नाम पर भूमि क्रय कर एवं अधिग्रहण कराकर भूमि में उद्योग इकाई की स्थापना न करने की वजह से सरकार और दोनों ग्राम के किसानों के बीच वेल्सपन कम्पनी द्वारा बहुत बड़ी धोखाधड़ी करते हुये भूमि का विक्रय अन्य उद्योगपति को करने से दोनों ग्रामों के किसानों के सपनों में पानी फेरने का काम किया है । जबकि वेल्सपन कम्पनी भूमि लेने के पूर्व हम किसानों को आश्वासन दी थी कि प्लांट स्थापित होने पर सभी प्रभावित किसानों परिवारों को नौकरी एवं पुनर्वास आदि का लाभ दिया जावेगा परंतु ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है। किसानों नें सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख किया है कि
हमारी भूमि वेल्सपन कम्पनी ली थी उसे अडानी समूह को विक्रय करने के बाद अडानी समूह के द्वारा उक्त भूमियों में खेती की जावेगी , यदि ऐसा है तो हम किसानों के साथ यह एक बहुत बड़ा धोखा किसानों नें शासन से अनुरोध किया है कि किसानों के द्वारा जो भूमि पावर प्लांट स्थापित करने के लिए दी गई उस भूमि में पावर प्लांट ही स्थापित किया जाए और यदि ऐसा नहीं कराया जा सकता है तो किसानों कों उनकी जमीनें वापस दिलाई जाए इस दौरान किसान संदीप तिवारी ,संतोष कुमार ,पूर्णिमा तिवारी ,पहलाद काछी ,बाल्मिक तिवारी ,राम दुलारे साहू ,प्रेमलाल, प्रेम लाल रजक, काशी राम ,सुग्रीव काछी, परदेसी लाल, प्रदीप तिवारी ,घनश्याम त्रिपाठी, सत्यनारायण ,प्रेमबाई बिहारीलाल, अच्छे लाल साहू , छोटे लाल साहू सहित अन्य किसानों की उपस्थिति रही॥