महिला की तबियत बिगड़ने से, डॉक्टर द्वारा कार्तिक दास के ऊपर लागए थे गंभीर आरोप
शहडोल। जिले के जैतपुर थाना अंतर्गत ग्राम कदौड़ी की निवासी 22 वर्षीय महिला पूनम अहिरवार 14 अगस्त को दस्त की समस्या के कारण जैतपुर अस्पताल में कार्यरत महिला आशा सहयोगी(सुपरवाइजर) के पास जाकर दस्त की दवा ली गई थी और आशा सहयोगी द्वारा यह भी कहा गया कि आराम न लगे तो अस्पताल जाकर दिखवा लेना। जिसके दो दिन बाद 16 अगस्त को महिला की तबियत अचानक खराब होने से वह बेहोश हो गई और तत्काल उसे जैतपुर अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसको भर्ती कर उसका इलाज किया गया। बी.पी लो होने के वजह से महिला बेहोश होगई थी उपचार के दौरान महिला का शुगर लेवल चेक किया गया व दस्त की दवाइयां भी दी गई जो कि अस्पताल की पर्ची में लिखा हुआ है। महिला अब स्वस्थ है और अपने घर जा चुकी है. उक्त मामले के संबंध में महिला से डॉक्टर उत्कर्ष द्वेवेदी ने कार्तिक दास के विरोध में शिकायत करने का दबाव बना रहे थे जबकि कार्तिक दास द्वारा महिला का कोई भी इलाज नही किया गया था जबरदस्ती कार्तिक दास का नाम इन सब के बीच मे लाया गया इसके बाद डॉक्टर उत्कर्ष द्वेवेदी द्वारा जैतपुर थाना में कार्तिक दास के खिलाफ बिना किसी आधार पर न कोई ठोस सबूत के शिकायत की गई इन सबके बीच मे कार्तिक दास को जैतपुर थाना के मुंशी द्वारा फ़ोन करके प्रताड़ित किया जा रहा है जबकि उनकी कोई गलती ही नही है।