32 पहाडिय़ों से घिरे राष्ट्रीय उद्यान में गजराज उड़ा रहे दावत @ बांधवगढ में हाथी महोत्सव का हुआ शुभारंभ
उमरिया। वनराज की निगरानी और सुरक्षा करने वाले गजराजों की दावत का सिलसिला शनिवार से शुरू हो गया है। यह सिलसिला 2 सितंबर तक निरंतर चलेगा। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के ताला गेट पर स्थित रामा कैंप में हाथी महोत्सव का शुभारंभ कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने किया। इस दौरान फील्ड डायरेक्टर डॉ. बी.एस.एनागिरी भी मौजूद रहे। शनिवार से सप्ताह भर के लिए आयोजित हाथी महोत्सव के शुभारंभ से पूर्व सुबह हाथियों को नहलाया गया और अरंडी के तेल से सिर की मालिश कर सजाया गया। इस मौके पर महोत्सव में शामिल दर्जन भर से अधिक हाथियों को नारियल ,गुड, सेव, केला, गन्ना, नासपाती आदि खिलाया गया। माना जाता है कि हाथियों की स्मरण शक्ति 100 वर्षों तक यथावत रहती है, हाथी महोत्सव के दौरान करींब 32 पहाडिय़ों से घिरे राष्ट्रीय उद्यान बांधवगढ के अलग-अलग अंचलों से जब हाथी पहुंचते है और एक दूसरे से मिलते है तो, मानसिक संवेदनाएं साफ झलकती है।
7 दिनों तक होगी मालिश
हाथी महोत्सव में एक सप्ताह तक हाथियों की सेवा की जाएगी। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में गस्ती करने वाले साथियों को महोत्सव के दौरान ताला गेट पर स्थित हाथी कैंप में रखा जाएगा। यहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण होगा। सात दिनों तक उन्हें प्रतिदिन नहलाने के साथ सरसों के तेल से उनकी मालिश की जाएगी। उनके नाखून काटे जाएंगे और उन्हें सजाकर मनपसंद फल, फूल खाने के लिए दिए जाएंगे। हाथियों के लिए गुड़ और आटे के मोटे रोट बनाए जाएंगे, जिन्हें वे खुशी से खाते हैं।
पूरी तरह करेंगे विश्राम
गज महोत्सव के दौरान विशेषज्ञों और चिकित्सकों द्वारा हाथियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। सात दिवसीय आयोजन के दौरान हाथियों को पूरी तरह विश्राम दिया जाएगा। हाथी इस दौरान बांधवगढ़ नेशनल पार्क में स्वछंद विचरण भी करेंगे और परिवार सहित साथ रहने का आनंद भी उठाएंगे। इस अवसर पर उप संचालक लवित भारती ,उपवन मंडलाधिकारी सुधीर मिश्रा,वन परिक्षेत्र अधिकारी विजय शंकर श्रीवास्तव, वीरेन्द्र ज्योतिषी, रंजन परिहार,दीपक प्रजापति,मुकेश अहिरवार,अर्पित मेराल, गजानंद बिरला,शील श्रीवास्तव एवं अन्य ग्रामीण जन तथा विभागीय कर्मचारी मौजूद रहे। इनके अलावा महोत्सव में शामिल 14 हाथियों के महावत भी उपस्थित रहे।