छेड़छाड़ के आरोपी कन्हवारा प्राचार्य के विरुद्ध विजयराघवगढ़ पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज
छेड़छाड़ के आरोपी कन्हवारा प्राचार्य के विरुद्ध विजयराघवगढ़ पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज
कटनी। विजयराघवगढ़ क्षेत्र के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कन्हवारा के प्राचार्य राम सिंह उइके द्वारा स्कूली छात्राओं के साथ छेड़छाड़ का मामला संज्ञान में आते ही तत्काल कलेक्टर अवि प्रसाद ने मौके पर जाकर जायजा लेने और आवश्यक कार्रवाई करने अपर कलेक्टर श्रीमती साधना कमलकांत परस्ते को निर्देशित किया।
कलेक्टर श्री प्रसाद के निर्देश पर मौके पर अपर कलेक्टर श्रीमती परस्ते के नेतृत्व में सहायक संचालक महिला बाल विकास वनश्री कुर्वेती और जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग पूजा द्विवेदी मौके पर पहुंची। प्रभावित और पीड़ित छात्राओं से चर्चा कर वस्तु स्थिति की जानकारी ली । इसके बाद पाक्सो एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत प्राचार्य के विरुद्ध विजयराघवगढ़ पुलिस थाना में एफ आई आर दर्ज कराई गई है। इसके साथ ही कलेक्टर के निर्देश पर संबंधित आरोपी प्राचार्य के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही का प्रस्ताव संभागायुक्त जबलपुर को प्रेषित किया गया है।
ये है पुरा मामला
कन्हवारा हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य पर छात्राओं नें बैड टच करने के आरोप लगाया है। छात्राएं परिजनों के साथ शिकायत पत्र लेकर थाने पहुंची थी जहॉ पर शिकायत पत्र देकर उचित करवाई की मांग की गई । प्राप्त जानकारी अनुसार
आधा दर्जन छात्राओं ने थाने पहुंचकर प्रिंसिपल द्वारा गलत हरकतें करने की शिकायत की है।
मामला विजयराघवगढ़ थानांतर्गत ग्राम कन्हवारा का हैं जहां हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल राम सिंह उईके द्वारा छात्राओं के साथ गलत हरकतें करने के आरोप हैं। अपने परिजनों के साथ विजयराघवगढ़ थाने पहुंची कक्षा नवमीं, दसवीं व कक्षा 12वीं की छात्राओं ने पुलिस के समक्ष आपबीती सुनाते हुए बताया कि प्राचार्य द्वारा क्लास लेने के दौरान बेड टच किया जाता है । छात्राओं के अभिभावकों ने बताया कि प्राचार्य की हरकतों से परेशान होकर छात्राएं स्कूल जाने से कतराती हैं। इसका कारण पूछने पर बच्चियों ने अपने परिजनों को जानकारी दी जिसके बाद परिजन छात्राओं को लेकर विजयराघवगढ़ थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की है। छात्राओं की मानें तो प्राचार्य द्वारा कई दिनों से ऐसी हरकत की जा रही है लेकिन डर के कारण छात्राएं चुप थीं। जब प्राचार्य की हरकत बंद नहीं हुई तो उन्होंने शिकायत किया है।