बीते 40 वर्षों से ज्ञानचंद निरंतर कर रहे बाबा की सेवा

धनपुरी। कौमी एकता की मिसाल बन चुकी आस्ताना हजऱत बाबा गुल मोहम्मद शाह की दरगाह में 23 वां सालाना
उर्स एवं कव्वाली कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है इस दरगाह में हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सभी मिलकर बाबा की
सेवा करते हैं यहां जात पात ऊंच-नीच का कोई भेदभाव नहीं होता है बाबा की दरगाह में प्रधान मुजावर की जिम्मेदारी
बीते 40 वर्षों से निरंतर ज्ञानचंद बर्मन निभा रहे हैं। ठंडी हो गर्मी हो या फिर बरसात का मौसम, वह बिना कभी नागा
किये प्रतिदिन सुबह-शाम बाबा की सेवा करने पहुंचते हैं। दरगाह की सफाई व्यवस्था पूजा पाठ सभी जिम्मेदारियों को
बखूबी निभाते आ रहे हैं। बाबा के द्वारा किए गए चमत्कार की महिमा बताते हुए ज्ञान चंद्र बर्मन ने बताया कि मैं जब
17 वर्ष का था तो पहली बार बाबा की दरगाह में आया था, मैंने नौकरी की मन्नत मांगी थी और बाबा ने मेरी मुराद पूरी
करते हुए मुझे नौकरी दिलवा दी थी। ज्ञानचंद बर्मन एसईसीएल सोहागपुर क्षेत्र के रीजनल वर्कशॉप में मैकेनिकल
फोरमैन के पद पर नौकरी करते थे और वर्ष 2012 में वह सेवानिवृत्त हो चुके हैं। सेवानिवृत्ति के बाद वह अपना
अधिकांश समय अब बीते 11 वर्षों से और भी ज्यादा बाबा की दरगाह में ही देते हैं।