एमपी पुलिस को मिलेंगे 112 नए तकनीकी डायल-100 वाहन,15 अगस्त को होगा राज्यव्यापी वितरण, DGP ने अटैच स्टाफ और पुराने ड्राइवरों को हटाने के दिए निर्देश
भोपाल | मध्यप्रदेश पुलिस को स्वतंत्रता दिवस पर बड़ी तकनीकी सौगात मिलने जा रही है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में पुलिस थानों को 112 नए डायल-100 तकनीकी वाहन वितरित किए जाएंगे। यह पहल राज्य की कानून-व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ और त्वरित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
पुलिस विभाग का दावा है कि इन अत्याधुनिक वाहनों के आने से न केवल अपराधों पर नियंत्रण में तेजी आएगी, बल्कि जनता तक पुलिस सहायता का रिस्पॉन्स टाइम भी काफी कम होगा।
आधुनिक तकनीक से लैस होंगे वाहन
इन डायल-100/112 वाहनों में जीपीएस ट्रैकिंग, इंटीग्रेटेड कम्युनिकेशन सिस्टम, लाइव लोकेशन मॉनिटरिंग और तेजी से मौके पर पहुँचने की तकनीकी क्षमताएं मौजूद रहेंगी। खास तौर पर भीड़भाड़ और दूरदराज़ इलाकों में ये वाहन पुलिस के समय पर पहुँचने में मददगार साबित होंगे।
15 अगस्त को पूरे प्रदेश में होगा वितरण
पुलिस मुख्यालय के अनुसार, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रदेश भर के जिलों को यह वाहन सौंपे जाएंगे। इस मौके पर विशेष राज्य स्तरीय कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। यह वितरण मुख्यमंत्री और गृह विभाग की निगरानी में किया जाएगा।
लंबे समय से अटैच स्टाफ पर DGP सख्त
डीजीपी कैलाश मकवाना ने हाल ही में हुई विभागीय समीक्षा बैठक में निर्देश जारी किए हैं कि पुलिस अफसरों के दफ्तरों में लंबे समय से अटैच पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए।
उन्होंने कहा कि “जो स्टाफ वर्षों से एक ही स्थान पर कार्यरत है, उन्हें तुरंत थानों में ड्यूटी पर भेजा जाए और स्टाफ रोटेशन की नीति अपनाई जाए।”
पुलिस अधिकारियों के ड्राइवर भी बदलेंगे
डीजीपी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जिन ड्राइवरों को वर्षों से एक ही अधिकारी की गाड़ी चलाने की ड्यूटी दी गई है, उन्हें बदला जाए। वाहन चालकों का भी रोटेशन किया जाएगा ताकि कार्य कुशलता और निष्पक्षता बनी रहे।
सुधरेगा पुलिस रिस्पॉन्स टाइम, बढ़ेगा भरोसा
पुलिस विभाग का मानना है कि इन तकनीकी संसाधनों और प्रशासनिक सुधारों से पुलिस की दक्षता और सार्वजनिक विश्वास दोनों में वृद्धि होगी। लोगों की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई और समय पर पहुँच पुलिस की सबसे बड़ी चुनौती रही है, जिसे अब ये वाहन काफी हद तक कम कर पाएंगे।