चंदन टीव्हीएस के पूर्व संचालक ने अंगद के साथ की 55 लाख की ठगी

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चंदन टीव्हीएस के पूर्व संचालक ने अंगद के साथ की 55 लाख की ठगी
शराब दुकान का लाइसेंस दिलाने के नाम पर दोस्त से की धोखाधडी
आबकारी का फर्जी दस्तावेज देकर किया था जालसाज, अब पैसे देने से किया इंकार
बिहार से जबलपुर फिर अनूपपुर पहुंचा था पासवान, पुष्पराजगढ में की है शादी
लाखों रूपए की ऑनलाइन लेने-देन कर अपने ही दोस्त को चूना लगाने वाला बिहार निवासी चंदन कुमार पासवान उर्फ आयूष राज की शिकायत पीडित ने कोतवाली में करते हुए न्याय की गुहार लगाई है। दोस्त अंगद को जबलपुर में शराब दुकान का लाइसेंस दिलाने के नाम पर 55 लाख रूपए ले लिया और आबकारी का फर्जी दस्तावेज भी दे दिया, जब अंगद को फर्जी लाइसेंस की जानकारी लगी तो उसने अपने पैसे वापस मांगे, पहले आना-कानी की और अब इंकार कर दिया।
अनूपपुर। धोखाधडी का कारोबार लगातार बढते जा रहा है, कोई चेक देकर ठगी कर रहा है तो कोई साझा व्यापार करने के नाम पर अपने दोस्तो को ही ठग ले रहा है। कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां बिहार राज्य के मधुवनी जिला अंतर्गत ग्राम पोस्ट मलमल, पीएस कलुआही में निवास करने वाला चंदन कुमार पासवान पिता राम आशीष पासवान ने अपने बिहार के ही रहने वाले कॉलेज के दोस्त अंगद ङ्क्षसह से शराब दुकान में साझा कारोबार करने के नाम पर धोखाधडी करते हुए 55 लाख रूपए ठग लिये। अपने सहित अन्य अकाउंट में ऑनलाइन माध्यम से अलग-अलग राशि लेकर ठगता रहा है, जब समय ज्यादा हुआ तो अंगद ने चंदन से व्यापार के विषय में पूछताछ करने लगा, तो चंदन ने अनूपपुर बुलाकर उसे आबकारी विभाग का फर्जी दस्तावेज उसके नाम से तैयार कर दे दिया और कहा जाओ जलबपुर और अपना कारोबार शुरू कर दो, अंगद जब जबलपुर पहुंचा तो पता चला कि लायसेंस पुरी तरीके से फर्जी है।
बिहार से अनूपपुर पहुंचा चंदन
बिहार राज्य का रहने वाला चंदन कुमार पासवान मध्यप्रदेश के जबलपुर जिला में रहता था, जहां से इसके रिश्ते अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत कुम्हरवार में रहने वाले एक दम्पत्ति से हुआ, जहां शादी करने के कुछ वर्ष बाद अनूपपुर जिले के जनपद जैतहरी मुख्यालय में ‘चंदन आटोमोबाईल्स’ नाम से टीव्हीएस कंपनी की दो पहिया वाहन का शो-रूम का संचालन शुरू किया। कुछ माह बाद ही शो-रूम को बंद कर अन्य कारोबार में चला गया, वर्तमान में अन्य जिले व राज्यों के भ्रमण में चला गया है।
ऐसे किया दोस्त से ठगी
बिहार के मधुबनी जिला निवासी अंदग ङ्क्षसह और चंदन पासवान दोनो कॉलेज समय के परिचित थे, कारोना काल के दौरान अंगद अहमदावाद चला गया और चंदन मध्यप्रदेश पहुंच गया। फोन के माध्यम से दोनो की बात चीत होती रही, अचानक कई महीनों बाद चंदन फोन कर अपने विषय में अंगद तो कहा कि मेरा भाई इंदौर में डीआईजी है, मेरे साथ मिलकर साझा व्यापार कर लो, खूब पैसे कमा लेंगे। अंगद अपने दोस्त चंदन की बातों में विश्वास करते हुए हाथ आगे बढा दिया। जिसके बाद चंदन ने शराब दुकान का लाइसेंस बनवाने के नाम पर अंगद से पैसे मांगना शुरू कर दिया।
किस्तो में लिया 55 लाख
जबलपुर में नवीन शराब दुकान खोलने के लिए लाईसेंस बनवाने के नाम पर चंदन पासवान ने अपने दोस्त अंगद से आसान किस्तो में फोन-पे व गूगल-पे के साथ अन्य अकाउन्ट में ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त किये। पहले चरण में लगभग 5-5 लाख रूपए के तीन किस्त लिये, उसके बाद हजारो के किस्तों में राशि मांगता रहा। ऐसे ही लाइसेंस बनने के पूर्व लगभग 26 लाख रूपए ले लिये। उसके बाद जब लाइसेंस बनने में देरी हुई तो अंगद जबलपुर पहुंच गया, जहां चंदन ने कहा कि मैं तो अनूपपुर पहुंच गया हूं, लाइसेंस मेरे पास है, तुम अनूपपुर आ जाओं और मुझसे ले लो, अंगद अनूपपुर पहुंचा तो चंदन ने उसे शराब दुकान नंबर 703 तथा लाइसेंस नंबर 017399 एफटीआरएसटीटी 347299 के नाम से अंगद सिंह वाइन शाप जबलपुर के नाम सेे उपायुक्त आबकारी मध्यप्रदेश का पत्र दे दिया। चंदन फिर से पैसे मांगने लगा और किस्तो में राशि को 55 लाख तक पहुंचा दिया।
दुकान ढूंढने पहुंचा अंगद
आबकारी विभाग का पत्र प्राप्त करने के बाद जब साझा व्यापार में मुनाफा नही मिला तो अंगद जबलपुर अपनी वाइन शाप देखने पहुंचा तो पता चला कि उसका शराब दुकान वहां तो है ही नही बल्कि जो लाइसेंस चंदन ने दिया था वह पूरी तरह से फर्जी है और उसके साथ उसके दोस्त ने ही ठगी कर लाखों रूपए का चूना लगा दिया है। फोन के माध्यम से संपर्क करने पर चंदने उत्तर के रूप में कहा कि अगर शराब दुकान नही खुला है तो पैसे पूरा वापस कर दूंगा, तीन वर्ष बीतने के बाद महज 2 लाख रूपए वापस किया, अब अंगद के मांगने पर आना-कानी करते हुए उसे फंसा देने की धमकी दे रहा है।
लोगों को बता रहा आयूष राज
दोस्त के साथ ठगी करने वाला चंदन कुमार पासवान सोशल मीडिया प्लेटफार्म में अपने आप को आयूष राज नाम से बडा कारोबारी बता रहा है। इतना ही नही अपने भाई को आईपीएस अधिकारी के तौर पर प्रोफाइल की अन्य जानकारी में उल्लेखित किया है। तरह-तरह के व्यापारिक फोटोग्राफ्स अपडेट कर बडे कारोबारी का दिखावा करने वाला ठग अब टीव्हीएस शो-रूम भी बंद कर जिले से बाहर रहने लगा है, जानकारी के अनुसार कभी कभी अपने ससुराल पहुंचता है तो कभी इंदौर में रहता है। पीडित अंगद ने पुलिस को बताया कि मैने अपने रिश्तेदारो व गांव वालों से कर्ज लेकर व्यापार के लिए चंदन को पैसे दिये थे, मुनाफा के बाद लौटाना चाहता था, लेकिन दोस्त ने ठगी कर दिया और अब फोन के माध्यम से अंगद कभी कभार बात कर अपने पैसे की मांग करता है तो उसे धमकी मिलती है।
इनका कहना है
आज ही शिकायत प्राप्त हुई है, जांच उपरांत ही इस विषय पर जानकारी प्राप्त होगी।
अमर वर्मा, प्रभारी
कोतवाली अनूपपुर